tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post2091445599494313232..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: कहाँ गई आत्मा?Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-83204169200699303962010-04-03T11:32:12.738+05:302010-04-03T11:32:12.738+05:30"आत्मा "आत्म" सुख
"आत्म" ..."आत्मा "आत्म" सुख<br />"आत्म" प्रतिष्ठा के चक्कर में<br />उलझ गई है बजाय इसके कि<br />परमार्थ में कम से कम यह सोचकर लग जाया जावे <br />कि इससे हमें जीवन के सबसे<br />बड़े स्वार्थ, "अपने आप में संतोष" और लोगों की<br />दुआ, की पूर्ती होगी . <br />"कहाँ गयी आत्मा" का सुन्दर चित्रणसूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-33461057827402844502010-03-31T00:27:42.585+05:302010-03-31T00:27:42.585+05:30सोचता हूं कि कहां गई>>सोचता हूं कि कहां गई>>भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-19651556777484350262010-03-30T22:47:17.800+05:302010-03-30T22:47:17.800+05:30आत्मा को इन्होने इतना शमिंदा किया की वो इन हेवानो ...आत्मा को इन्होने इतना शमिंदा किया की वो इन हेवानो को छोड कर भाग गईराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-41827789579815893442010-03-30T17:17:42.838+05:302010-03-30T17:17:42.838+05:30आत्मा बन गयी है दुरात्माआत्मा बन गयी है दुरात्माविजयप्रकाशhttps://www.blogger.com/profile/09741753370021948904noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-4884372548319688462010-03-30T15:34:49.013+05:302010-03-30T15:34:49.013+05:30कलयुग याने मुर्दों की बस्ती...ओर सुना हैं कि मुर्द...कलयुग याने मुर्दों की बस्ती...ओर सुना हैं कि मुर्दों में आत्मा नहीं हुआ करती..Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-89059350964791316382010-03-30T14:06:22.845+05:302010-03-30T14:06:22.845+05:30अभी बताये रहा हूँ दुबारा मत पूछना
आत्मा गयी तेल ...अभी बताये रहा हूँ दुबारा मत पूछना <br /><br />आत्मा गयी तेल लेने!!!!!!!!!!Yashwant Mehta "Yash"https://www.blogger.com/profile/02457881262571716972noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-68818565348092011972010-03-30T13:32:59.356+05:302010-03-30T13:32:59.356+05:30ता कारन हत आतमा, झुठ कपट अहंकार्।
सो माटी मिल जाएग...ता कारन हत आतमा, झुठ कपट अहंकार्।<br />सो माटी मिल जाएगा, बिसरा सिरजनहार ॥<br /><br />दादु कोई काहु जीव की करे आतमा घात्।<br />सांस कहुँ समय नही सो प्राणी दोजख जात॥<br /><br />ज्ञान गुरु का गुदड़ी, शब्द गुरु का भेख्।<br />अतीत हमारी आत्मा, दादु पंथ अलेख ॥<br /><br />जिसकी सुरति जहां रहे तिसका तंह विश्राम्।<br />भावै माया मोह में, भावै आतम राम ॥<br /><br /><br />जय हो अवधिया जीब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-73114923596319356152010-03-30T12:56:43.295+05:302010-03-30T12:56:43.295+05:30आत्मा-वात्मा के चक्कर में पड़ कर भूखो नहीं मरना है ...आत्मा-वात्मा के चक्कर में पड़ कर भूखो नहीं मरना है मियाँ!<br /><br />उसी आत्मा को जिलाने के लिए जी रहे है!लूट-खसोट कर ही सही,धोखा-धडी से ही सही,<br /><br />ऐसे-वैसे-जैसे-कैसे भी उस आत्मा के लिए ही तो कर रहे है.......<br /><br />कुंवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-88026907198477751772010-03-30T12:56:40.501+05:302010-03-30T12:56:40.501+05:30आत्मा-वात्मा के चक्कर में पड़ कर भूखो नहीं मरना है ...आत्मा-वात्मा के चक्कर में पड़ कर भूखो नहीं मरना है मियाँ!<br /><br />उसी आत्मा को जिलाने के लिए जी रहे है!लूट-खसोट कर ही सही,धोखा-धडी से ही सही,<br /><br />ऐसे-वैसे-जैसे-कैसे भी उस आत्मा के लिए ही तो कर रहे है.......<br /><br />कुंवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22557669354773757292010-03-30T11:09:32.963+05:302010-03-30T11:09:32.963+05:30इसीलिये आसानी से नहीं दिखती आत्माइसीलिये आसानी से नहीं दिखती आत्माडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-66132722645201777632010-03-30T10:45:39.812+05:302010-03-30T10:45:39.812+05:30हुने अपनी आत्मा को अपनी गुडियाघर में छिपा दिया है ...हुने अपनी आत्मा को अपनी गुडियाघर में छिपा दिया है ..मासूम उसके साथ खुश रहती हैsonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-17985688085465453672010-03-30T10:29:25.201+05:302010-03-30T10:29:25.201+05:30गोदियाल जी और सोहिल जी की टिपण्णीयों को मेरी टिपण...गोदियाल जी और सोहिल जी की टिपण्णीयों को मेरी टिपण्णी माना जाये।<br />अवधिया जी हनुमान जयंती की बधाई।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-60957198288974946242010-03-30T10:20:41.519+05:302010-03-30T10:20:41.519+05:30ब्लाग पढते तो हैं, मगर टिप्पणी नही करते
कहां गई आत...ब्लाग पढते तो हैं, मगर टिप्पणी नही करते<br />कहां गई आत्मा :-)<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-84157431077920885642010-03-30T10:02:31.077+05:302010-03-30T10:02:31.077+05:30तंग आ आत्मा तो कब की परमात्मा में विलीन हो गई ! अब...तंग आ आत्मा तो कब की परमात्मा में विलीन हो गई ! अब तो बस भूतों -पिचाशो के कंकाल अपना खेल खेल रहे है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com