tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post3785296638112413928..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: सौ साल पहले चाँवल और गेहूँ के दामAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-56912832379102986942010-12-13T13:34:30.363+05:302010-12-13T13:34:30.363+05:30कोई लौटा दे बीते हुए दिन !कोई लौटा दे बीते हुए दिन !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12874930868572823189noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-53117488953344566872010-12-12T23:13:34.574+05:302010-12-12T23:13:34.574+05:30काश ! हम भी उस ज़माने में पैदा हुए होते ! कम-से-कम ...काश ! हम भी उस ज़माने में पैदा हुए होते ! कम-से-कम आज की ज़ालिम महंगाई का यह तांडव-नाच तो नहीं देखना और नहीं झेलना पड़ता ! काश !ऐसी टाईम-मशीन ज़ल्द आ जाए , जिसमे बैठकर हम उन बीते हुए ज़मानों में लौट सकें ! सुना है, वैज्ञानिक इसकी खोज में लगे हुए हैं,लेकिन फिलहाल तो हम ये गुनगुनाने को मजबूर हैं कि कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन ! महंगाई के इस भयानक दौर में सस्ते जमाने की याद दिला कर आपने हमें हिला कर रख दिया है. मन ललचा कर सौ साल पीछे भागने ही वाला है.Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-62222833837640738802010-12-12T23:02:33.839+05:302010-12-12T23:02:33.839+05:30और उसकी जुबान की भी..और उसकी जुबान की भी..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-11578975469453513612010-12-12T23:02:17.574+05:302010-12-12T23:02:17.574+05:30आदमी की कीमत क्या थी...आदमी की कीमत क्या थी...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-25525414250079348772010-12-12T21:54:45.170+05:302010-12-12T21:54:45.170+05:30आज से सौ साल बाद इसे पढेंगे तो यकीन ही नही होगा ।आज से सौ साल बाद इसे पढेंगे तो यकीन ही नही होगा ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-51906946871523764592010-12-12T21:01:33.937+05:302010-12-12T21:01:33.937+05:30आपकी संदर्भ दृष्टि और उद्यम बार-बार चौंकाता है.आपकी संदर्भ दृष्टि और उद्यम बार-बार चौंकाता है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22825356298464154122010-12-12T20:48:25.835+05:302010-12-12T20:48:25.835+05:30रोचक जानकारी. जबलपुर के अभिलेखागार में एक जिल्द च...रोचक जानकारी. जबलपुर के अभिलेखागार में एक जिल्द चढ़ी फाईल देखी, १९३२ की. "मुख्यालय से प्राप्त पात्र". जबलपुर से चिट्ठी निकली १४ तारीख को (जिसका उनके पात्र में उल्लेख था), वहां से १५ तारीख को चिट्ठी का उत्तर दिया गया जो जबलपुर में १६ तारीख को (उसी महीने!) प्राप्त हुआ. मुद्रांक लगे थे. ऐसी ही बहुत सारी कौतूहल भरी बातों का पता चला था.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-55622447237702264192010-12-12T19:00:25.918+05:302010-12-12T19:00:25.918+05:30रोचक जानकारी ....
तब लोंग १० रुपये में महीने का ...रोचक जानकारी ....<br /><br />तब लोंग १० रुपये में महीने का खर्च चला लिया करते थे ...उनकी आय भी उसी हिसाब से होती थी ....<br /><br />१९७६ में अरहर की दाल १.८० रूपये किलो थी ...मेरे घर का महीने का खर्च ५०० रूपये में हो जाता था ..<br /><br />आप तो १०० साल पुरानी बात कर रहे हैं ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-62662709308443627102010-12-12T18:46:25.901+05:302010-12-12T18:46:25.901+05:30बहुत ही रोचक जानकारी।बहुत ही रोचक जानकारी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-75211534134864491602010-12-12T14:33:14.163+05:302010-12-12T14:33:14.163+05:30उस जमाने मै बेईमानो की संख्या भी आज के मुकाबले कम ...उस जमाने मै बेईमानो की संख्या भी आज के मुकाबले कम थी, ओर बेईमान मुंह छुपा कर निकलते थे, आज लाल बती को लगा कर शान से निकलते हेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com