tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post4132687366988972544..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: मुझे वही पोस्ट अधिक पसंद आता है जो कि आम पाठकों के लिये लिखी गई होAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-52067331068809053832010-01-14T17:49:32.673+05:302010-01-14T17:49:32.673+05:30aapka vichar acha hai,,,aapka vichar acha hai,,,s.rehmanhttps://www.blogger.com/profile/18021257476007674839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-37393978734156330272010-01-06T17:29:43.988+05:302010-01-06T17:29:43.988+05:30अच्छा है.अच्छा है.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-33640328723171020782010-01-06T02:29:56.819+05:302010-01-06T02:29:56.819+05:30हमारा भी यही प्रयास रहता है कि कुछ सार्थक लिखा जाए...हमारा भी यही प्रयास रहता है कि कुछ सार्थक लिखा जाए....बाकी तो पाठक जानें!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-2844993563804793012010-01-05T22:37:48.258+05:302010-01-05T22:37:48.258+05:30ज्योतिष का चिट्ठा होने के बावजूद मैं ऐसी ही सामग्...ज्योतिष का चिट्ठा होने के बावजूद मैं ऐसी ही सामग्री लिखती हूं .. जो आम लोगों के लिए उपयोगी हों !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-8520420003904477992010-01-05T22:24:23.530+05:302010-01-05T22:24:23.530+05:30अवाधिया जी आप के बातये रास्ते पर चले तो सही लेकिन ...अवाधिया जी आप के बातये रास्ते पर चले तो सही लेकिन पहले लिखना तो आये, हम तो बस जो दिल मै आया लिख दिया, ब्लांग को भी ज्न्दगी की तरह एक मजाक ही समझ रहे है.धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-2585088482227858442010-01-05T22:16:31.654+05:302010-01-05T22:16:31.654+05:30बस एक यही कारण था जिसने मुझे मजबूर किया कि अलग अलग...<i> बस एक यही कारण था जिसने मुझे मजबूर किया कि अलग अलग ब्लोग पर लिखूं क्योंकि गंभीर बातों को मैं जाने किस अंदाज में लिख जाऊं गंभीर होके या अगंभीर होके ,और मेरा खुद मानना यही है कि यदि हमेशा ही नहीं तो कम से कम कभी कभी तो जरूर ही ऐसा लिखने का प्रयास होना चाहिए ,बहुत ही मार्गदर्शन देने वाली पोस्ट लिखी आपने </i>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-40898429609046264752010-01-05T18:48:33.448+05:302010-01-05T18:48:33.448+05:30एकदम सही बात कहे हैं भईया....
दरअसल इस ब्लॉग पर जि...एकदम सही बात कहे हैं भईया....<br />दरअसल इस ब्लॉग पर जिसका आपने जिक्र किया है ...कई पोस्ट ऐसी ही रही हैं.....जैसे 'संस्कार', 'ॐ जय जगदीश हरे' बाबू, 'टाटा' 'ओ के' ...इत्यादि .जहाँ वो जानकारी मिली जिसके बारे में हमें सही में कुछ नहीं मालूम था.....<br />अब आपका प्रयास भी बहुत महत्वपूर्ण है ...वाल्मीकि रामायण.....यह कृति ब्लॉग जगत कि धरोहर मानी जायेगी....<br />सुरेश जी का ब्लॉग भी जानकारीपूर्ण होता है....राकेश सिंह भी इस मामले में अच्छी जानकारी देते हैं.....<br />पाबला जी भी कुछ न कुछ नयी जानकारी लाते हैं...गोदियाल साहब ...और खुशदीप जी सार्थक विषय पर बात करते हैं....<br />सही मायने में इनदिनों सार्थक पोस्ट बहुत कम हैं....लेकिन हैं.....<br />कुछ ब्लॉग तो ऐसे हैं ...कि लगता है कि वो इश्क स्पेसिलिस्ट हैं.....बस उठते-बैठते इश्क के सिवा कुछ है ही नहीं.....२४ घंटे बस.....छिछोरा इश्क.....<br />कभी कभी किसी और विषय पर भी लिखना चाहिए.....<br />अरे दुनिया में और भी गम हैं मोहब्बत के सिवा....<br /><br />हम भी अब कोशिश करेंगे कुछ ढंग की बात करने कि...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-51821852720415840092010-01-05T18:46:54.211+05:302010-01-05T18:46:54.211+05:30जी यही प्रयास रहेगा।जी यही प्रयास रहेगा।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-66792282807384576412010-01-05T11:40:41.623+05:302010-01-05T11:40:41.623+05:30बिलकुल सही कहा आपने कोशिश करेंगे की आपकी आपे़अओं ...बिलकुल सही कहा आपने कोशिश करेंगे की आपकी आपे़अओं पर खरे उतर सकें धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-12285526675837234852010-01-05T10:52:04.891+05:302010-01-05T10:52:04.891+05:30आपकी बातें बहुत सही, सटीक और रुचिकर लगी। अपनी अल्प...आपकी बातें बहुत सही, सटीक और रुचिकर लगी। अपनी अल्प बुद्धि से ही सही, प्रयास रत हूं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-57542141250212325072010-01-05T10:29:38.730+05:302010-01-05T10:29:38.730+05:30अवधिया साहब, आपने बिकुल सही कहा मगर क्या करे अपुन...अवधिया साहब, आपने बिकुल सही कहा मगर क्या करे अपुन तो बस स्वर्गीय राज कपूर जी के एक जोकर की तरह है, बिना किसी उद्देश्य थोड़ा बहुत जग को हसाने की कोशिश भर कर लेते है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-33875908959695783402010-01-05T10:21:08.215+05:302010-01-05T10:21:08.215+05:30सुरेश जी, मेरी निगाहों में तो आप बहुत लायक हैं और ...सुरेश जी, मेरी निगाहों में तो आप बहुत लायक हैं और आपके प्रत्येक पोस्ट से एक सार्थक सन्देश मिलता है। इसीलिये आपके पाठकों संख्या भी, मैं समझता हूँ कि, सबसे अधिक है। आप बहुत परिश्रम भी करते हैं अपने लेख के लिये! मुझे आशा ही नहीं विश्वास है कि भविष्य में आपसे और भी बहुत से अच्छे लेख मिलते रहेंगे।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-8997808657726798762010-01-05T10:15:16.891+05:302010-01-05T10:15:16.891+05:30अपनी लायकी तो नहीं है, लेकिन फ़िर भी बीच-बीच में को...अपनी लायकी तो नहीं है, लेकिन फ़िर भी बीच-बीच में कोशिश करते रहते हैं ऐसा कुछ लिखने की… जिसे "सार्थक ब्लॉगिंग" कहा जा सके…। देखते हैं कितना सफ़ल हो पाते हैं…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-87174844742486697912010-01-05T09:28:25.869+05:302010-01-05T09:28:25.869+05:30जो आज्ञा गुरुदेव, आपके आदेश का पालन होगा,
ज्ञान वर...जो आज्ञा गुरुदेव, आपके आदेश का पालन होगा,<br />ज्ञान वर्धक पोस्ट, आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-80405922700307539942010-01-05T09:23:16.658+05:302010-01-05T09:23:16.658+05:30अवधिया जी यहां धान नहीं
अब हिन्दी सेवा का मिल रहा...अवधिया जी यहां धान नहीं<br />अब हिन्दी सेवा का मिल रहा है मेवा<br />पर हम उसे सूखने नहीं देंगे<br />हिन्दी हित सक्रिय रहेंगे सदा।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com