tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post5025430365604702008..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: भूली-बिसरी यादेंAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-40497163826082534452011-05-17T20:12:00.115+05:302011-05-17T20:12:00.115+05:30कोरबा में आपके सानिध्य का सुअवसर मिलने पर फ़िल्मी ...कोरबा में आपके सानिध्य का सुअवसर मिलने पर फ़िल्मी गीतों का आपका टेस्ट पता चल गया था.मैं भी अक्सर यही सोचता रहता था कि भूले बिसरे गीतों के शौकीन अवधिया का यह रूप ब्लॉग पर कब देखने मिलेगा ? आखिर वो दिन आ ही गया.आशा है कि आपके खजाने से अनमोल गीत सुनने मिलते ही रहेंगे.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-82180832878104651202011-05-17T00:27:57.945+05:302011-05-17T00:27:57.945+05:30बहुत सुंदर गीत जी....बहुत सुंदर गीत जी....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-38669888844883542912011-05-16T22:20:36.445+05:302011-05-16T22:20:36.445+05:30अचानक उठ आती हैं कुछ यादें।अचानक उठ आती हैं कुछ यादें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com