tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post5398309046362946494..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: छत्तीसगढ़िया सबले बढ़ियाAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-1161406750706269592008-01-03T13:03:00.000+05:302008-01-03T13:03:00.000+05:30सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया!! सही बात कहे हे सियान मन ह...सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया!! सही बात कहे हे सियान मन हा!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-6911860335062313282008-01-03T12:39:00.000+05:302008-01-03T12:39:00.000+05:30यह कविता तो पहले ही सार्थक थी। अब और सार्थक लगती ह...यह कविता तो पहले ही सार्थक थी। अब और सार्थक लगती है। पता नही कब हमारी नयी पीढी स्वयम को छत्तीसगढी कहलाने मे गर्व का अनुभव करेंगी? यदि सम्भव हो तो इसका हिन्दी अनुवाद भी प्रस्तुत करे या सार समझाये ताकि देश के दूसरे भागो के लोग भी इसे समझ सके। <BR/><BR/>आपको बहुत दिनो बाद देख रहा हूँ। आशा है इस वर्ष आप नियमित रूप से लिखते रहेंगे।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-34486590003994521702008-01-03T11:17:00.000+05:302008-01-03T11:17:00.000+05:30हव भइया, छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया.बासी खाथे, अमार...हव भइया, छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया.<BR/>बासी खाथे, अमारी के चटनी खाथे अऊ रहिथे बढ़िया सुघरा.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com