tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post5850010106685007833..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: ताजमहल किंवदन्ती पर एक पुरातात्विक दृष्टिAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-31477284215268618932019-11-25T19:46:18.000+05:302019-11-25T19:46:18.000+05:30पुनः सच्चाई जानने की कोशीश होनीचहियेपुनः सच्चाई जानने की कोशीश होनीचहियेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04285765744803320838noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-83973332599824982802011-05-25T07:14:48.153+05:302011-05-25T07:14:48.153+05:30एक अच्छा लेख, जिससे ताज के बारे में जाना,
प्रो० ओ...एक अच्छा लेख, जिससे ताज के बारे में जाना, <br />प्रो० ओक ने तो सालों पहले इसकी सच्चाई कि यह शिवलिग है बता दिया था,SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-87824606532749143712011-01-13T09:23:21.057+05:302011-01-13T09:23:21.057+05:30@ Rahul Singh
अनुवाद में त्रुटि बताने के लिए धन्य...@ Rahul Singh<br /><br />अनुवाद में त्रुटि बताने के लिए धन्यवाद राहुल जी!<br /><br />मूल लेख में हैः<br /><br />[Radiocarbon dating of a piece of wood surreptiously taken from one of the doors gave 13th century as a possible date. But more data is needed.]<br /><br />अपने अनुवाद में मैं यह सुधार कर रहा हूँ<br /><br />ताज के एक दरवाजे से गुप्त रूप से जाए गए लकड़ी के एक टुकड़े का रेडियोकार्बन (radiocarbon) विधि से कालनिर्धारण करने पर उसके 13वीं सदी के होने की सम्भावना पाई गई है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-12047653973902017772011-01-13T01:24:25.916+05:302011-01-13T01:24:25.916+05:30पता नहीं सत्य क्या है... जो भी हो एक बार विदेशी वै...पता नहीं सत्य क्या है... जो भी हो एक बार विदेशी वैज्ञानिक ही छानबीन कर सही तथ्य बता सकते हैं.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-76926341906430570302011-01-12T23:22:03.162+05:302011-01-12T23:22:03.162+05:30पता नही इतिहास के पन्नो मे किस्म किस सचाई को दफ़न क...पता नही इतिहास के पन्नो मे किस्म किस सचाई को दफ़न कर रखा हे, इस ताज महल को महल कहना भी गलत हे अगर यह कब्रिस्थान हे तो,<br />धन्यवाद इस जानकारी के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-15188725539712347192011-01-12T21:44:34.126+05:302011-01-12T21:44:34.126+05:30''रेडियोकार्बन (radiocarbon) विधि से कालनि...''रेडियोकार्बन (radiocarbon) विधि से कालनिर्धारण करने पर उसका 13वीं सदी का होना सिद्ध हो चुका है।'' वाक्य पर ध्यान दीजिए, यह गंभीर तथ्यात्मक भूल है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-63130152522694784552011-01-12T17:48:35.402+05:302011-01-12T17:48:35.402+05:30लाजवाब, महत्वपूर्ण और विचारणीय पोस्ट के लिए धन्यवा...लाजवाब, महत्वपूर्ण और विचारणीय पोस्ट के लिए धन्यवाद<br />कमल शर्मा<br />http://aghorupanishad.blogspot.comकमल शर्माhttps://www.blogger.com/profile/13787215151425155545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-66838140860726598132011-01-12T17:04:29.268+05:302011-01-12T17:04:29.268+05:30आप भी कहां कहां से खोज के लाते है। गजब की जानकारी।...आप भी कहां कहां से खोज के लाते है। गजब की जानकारी।<br /><br />---------<br /><a href="http://ss.samwaad.com/" rel="nofollow">सांपों को दुध पिलाना पुण्य का काम है?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-371358087625804052011-01-12T14:56:24.429+05:302011-01-12T14:56:24.429+05:30इस क्षेत्र में बुद्धिहीनता की स्थिति से ऊपर उठें ह...इस क्षेत्र में बुद्धिहीनता की स्थिति से ऊपर उठें हमारे इतिहासकार और बुद्धिजीवी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-70111726523533905342011-01-12T14:20:47.723+05:302011-01-12T14:20:47.723+05:30ताज के यमुना की और खुलने वाले लकड़ी के दरवाजे की छी...ताज के यमुना की और खुलने वाले लकड़ी के दरवाजे की छीलन का नमूना जिसके आधार पर उसे १३वीं शताब्दी का सिद्ध किया गया था अनाधिकारिक रूप से ले जाया गया था. जब अधिकारिक रूप से नमूने की मांग की गयी तो वह दरवाजा ही गायब हो गया और उस द्वार को ईंटों से चिनाई कर बंद कर दिया गया. हाल ही में इस सम्बन्ध में खबर मय फोटो दैनिक जागरण में प्रकाशित हुई है.निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.com