Sunday, November 7, 2010

क्या ही स्वच्छ चाँदनी है यह क्या ही है स्तब्ध निशा!

6 comments:

  1. सुन्दर मनभावन चित्र।

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  2. अवधिया जी , हमें तो यह सूर्योदय लग रहा है ।

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  3. दीपावली की अमावस्‍या पर पूरे चांद का नजारा, शुक्रिया.

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  4. कहीं का भी हो मगर सुन्दर नजारा है। धन्यवाद।

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