Thursday, April 21, 2011

गायें आखिर पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण दिशा में खड़े होने का ही प्रयास क्यों करती हैं?

गूगल अर्थ सेटेलाइट इमेजेस की सहायता से किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि मवेशियों के झुंड प्रायः पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण दिशा में खड़े होने का प्रयास करते हैं। विश्व के 308 स्थानों में 8,510 मवेशियों पर किए गए अध्ययन के निष्कर्ष के अनुसार यही पता चला है कि प्रायः मवेशी पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण का ही सामना करते हैं। हाँ यह बात अवश्य है कि हवा के तेज झौंके और सूर्य की प्रखर किरणें मवेशियों के इस स्वभाव पर प्रभाव डालते हैं।


चेज रिपब्लिक में किए गए एक अन्य शोध के अनुसार 2,974 पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि, सिर्फ मवेशी ही नहीं, हिरण भी पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण दिशा का सामना करना पसंद करते हैं।

(स्रोत - Cows Have Strange Sixth Sense)

उल्लेखनीय है भारत में प्राचीन काल से ही दक्षिण दिशा की ओर सिर तथा उत्तर दिशा की ओर पैर कर के सोने की परम्परा रही है क्योंकि हमारे यहाँ यह माना जाता है कि इस प्रकार से सोने या लेटने से मनुष्य की जीवनी शक्ति में वृद्धि होती है और यही कारण है कि हिन्दुओं में मृत्यु-शय्या पर पड़े व्यक्ति को जमीन पर उतार कर उत्तर दिशा की ओर सिर तथा दक्षिण दिशा की ओर पैर करके लिटाने का रिवाज है जिससे कि मरने वाले व्यक्ति की जीवनी शक्ति का ह्रास हो और उसके प्राण आसानी के साथ निकल सके।

9 comments:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

प्रकृति के गूढ़ रहस्य हैं...

Rahul Singh said...

वाह, क्‍या निगरानी है.

समय चक्र said...

बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने ...आभार अवधिया जी

राज भाटिय़ा said...

मेरे लिये तो यह नयी जानकारी हे जी, धन्यवाद

संजय @ मो सम कौन... said...

ये शोध भी मस्त है, गौर करेंगे पशु-व्यवहार पर।

प्रवीण पाण्डेय said...

प्रकृति से मिलती सीख।

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) said...

खोज खोज कर नई-नई जानकारियाँ देते हैं आप.आपकी खोजी प्रवृत्ति बेमिसाल है.

girish pankaj said...

kaam ki baat batai hai aapne. dhanyvaad.

Sawai Singh Rajpurohit said...

very nice post

श्री श्री 1008 श्री खेतेश्वर जयंती पर आज निकलेगी भव्य शोभायात्रा
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जयंती पर आज निकलेगी शोभायात्रा