धान के देश में!
जी.के. अवधिया का ब्लॉग
Saturday, February 23, 2013
हमारे पास पहले से सूचना थी और इंतजार कर रहे थे
हमारे पास पहले से सूचना थी....
हम इंतजार कर रहे थे कि कब बम ब्लास्ट हों....
और कब हम निंदा करें....
सरकार में हैं तो आखिर कुछ न कुछ करना तो पड़ता ही है।
फिर हेलीकॉप्टर वाले मामले से लोगों का ध्यान हटाना भी जरूरी था कि नहीं?
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