tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post1909693369682030827..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: क्या सन् 1630 में ताज महल के निर्माण आरम्भ होना सम्भव था?Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-79290943744555396982011-01-20T20:39:50.985+05:302011-01-20T20:39:50.985+05:30क्या सत्य है? पता नहीं कब सामने आयेगा ?क्या सत्य है? पता नहीं कब सामने आयेगा ?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12874930868572823189noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-73629578953968641802011-01-19T23:04:33.814+05:302011-01-19T23:04:33.814+05:30लगता तो नहीं है।लगता तो नहीं है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-53046285966353358692011-01-18T21:52:53.342+05:302011-01-18T21:52:53.342+05:30Good Post.Good Post.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-23927352473069269692011-01-18T21:31:44.848+05:302011-01-18T21:31:44.848+05:30क्या सत्य है? पता नहीं कब सामने आयेगा ?क्या सत्य है? पता नहीं कब सामने आयेगा ?भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-67885672660065030742011-01-18T16:17:54.670+05:302011-01-18T16:17:54.670+05:30"ऐसे भीषण दुर्भिक्ष की स्थिति में ताज महल का ...<b>"ऐसे भीषण दुर्भिक्ष की स्थिति में ताज महल का निर्माण करने के लिए मजदूर कहाँ से आ गए? क्या सन् 1630 में ताज महल के निर्माण आरम्भ होना सम्भव था?"</b><br /><br /><br />अवधिया साहब, क्षमा चाहूँगा , मगर प्रश्न जचा नहीं ! पहली बात तो यह कि मुस्लिम चाहे वह राजा हो अथवा रंक , उससे इस बात की पूरी-पूरी गुंजाईश है, कि वह इन्सान की तात्कालीय शारीरिक और आर्थिक स्थिति पर बिना रहम किये, उसे काम पर झोंक सकता है! दूसरी बात, जैसा कि आपके लेख से उल्लिखित होता है कि लोग भूख से मारे-मारे फिर रहे थे, अगर ऐसे लोगो को यह कहा जाय कि मजदूरी करो तुम्हे भोजन मिलेगा तो मजदूरों की फौज खादी हो जायेगी !<br /><br />मैं आपके लेख का सार समझ रहा हूँ किन्तु यह भी सत्य है कि जो आधुनिक ताज ढांचा है वह मुस्लिम शैली का ही है और मुग़ल काल में ही बना होगा ! अब चाहे उससे पहले वहाँ कुछ और रहा हो जिसे उन्होंने नष्ट कर दिया हो !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-78595710511700580472011-01-18T14:19:02.246+05:302011-01-18T14:19:02.246+05:30''जिसको न दे मौला, उसको दे आसफुद्दौला.''जिसको न दे मौला, उसको दे आसफुद्दौला.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-24236053726848441732011-01-18T13:37:05.703+05:302011-01-18T13:37:05.703+05:30नयी जानकारी ...गहन अध्ययन की ज़रूरत है ...नयी जानकारी ...गहन अध्ययन की ज़रूरत है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-29511974562119850312011-01-18T12:55:10.771+05:302011-01-18T12:55:10.771+05:30@ P.N. Subramanian
रेल लाइन बनाने और ताज महल बनान...@ P.N. Subramanian<br /><br />रेल लाइन बनाने और ताज महल बनाने में जमीन आसमान का अन्तर है, रेल लाइन बनाना महत्वाकांक्षा और स्वार्थ का प्रतीक नहीं है।<br /><br />राहुल जी की शंका का स्वागत है! शंका से तर्क उत्पन्न होती है और तर्क से सच्चाई तथा ज्ञान के रास्ते खुलते हैं।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-6547839555966230452011-01-18T12:48:51.859+05:302011-01-18T12:48:51.859+05:30सन १८९६ में छत्तीसगढ़ में अकाल पड़ा था रायपुर से ध...सन १८९६ में छत्तीसगढ़ में अकाल पड़ा था रायपुर से धमतरी और राजिम के रेल लाइन प्रस्तावित थी परन्तु काम शुरू नहीं हुआ था. अकाल की स्थिति को देख जनता को रोजी रोटी मुहय्या कराने के लिए एक राहत कार्य के सदृश रेल लाइन का निर्माण तात्कालिक रूप से किये जाने का उल्लेख मिलता है. कुछ वैसा ही हुआ होगा. बेगार भले न रहा हो परन्तु ऐसी स्थितियों में मजदूरी तो कम ही देनी होती है. राहुल जी ने एक शंका व्यक्त की है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-40601951399597595272011-01-18T12:32:37.028+05:302011-01-18T12:32:37.028+05:30राहुल जी! शायद आप कोई साक्ष्य दे सकें कि यह राहत क...राहुल जी! शायद आप कोई साक्ष्य दे सकें कि यह राहत कार्य के अन्तर्गत नहीं हुआ। बादशाहनामा, जिसे कि ताज महल बनवाने का मुख्य साक्ष्य होना चाहिए, में तो ताज महल बनाने में हुए खर्च के विषय में विशेष उल्लेख नहीं है।<br /><br />मेरी बुद्धि तो यही कहती है कि जिस बादशाह के राज्य में भीषण दुर्भिक्ष पड़ा हो किन्तु उसे प्रजा की चिन्ता न होकर ताज महल बनवाने जैसे अपने स्वार्थ की ही चिन्ता हो वैसा बादशाह अपने खजाने का पैसा व्यर्थ नहीं गँवाने वाला, वह तो हर कार्य बेगार में ही करवाएगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-66228148157796040022011-01-18T12:10:52.665+05:302011-01-18T12:10:52.665+05:30क्या यह राहत कार्य के अंतर्गत हुआ.क्या यह राहत कार्य के अंतर्गत हुआ.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.com