tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post485317069384856617..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: गाने के रेकॉर्डिंग के लिये माइक्रोफोन को गरम करना पड़ता थाAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-36703505424599936092010-04-08T22:55:36.055+05:302010-04-08T22:55:36.055+05:30बेहतरीन ...बेहतरीन ...प्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-70987955469911430412009-11-28T10:54:47.155+05:302009-11-28T10:54:47.155+05:30.
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आदरणीय अवधिया जी,
साहिर साहब के दोनों गीत पे....<br />.<br />.<br />आदरणीय अवधिया जी,<br />साहिर साहब के दोनों गीत पेश कर आपने अपनी तो सुबह हसीन बना दी, आभार...<br />आदरणीय शरद कोकास जी से सहमत कि यह निराशावाद का नहीं बल्कि अदम्य आशावाद का गीत है।<br /><br />वो सुबह कभी तो आयेगी...<br />अंधेरों को काट-छांट कर<br />खून-पसीने के ईंधन से<br />संकल्पों की मशाल जलायेंगे<br />उस सुबह को हम ही तो लायेंगे<br />वो सुबह हमीं से आयेगी...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-28350045818938009172009-11-28T01:10:52.011+05:302009-11-28T01:10:52.011+05:30बहुत सुंदर लेख लिखा आप ने ओर बहुत अच्छी जान्कारी द...बहुत सुंदर लेख लिखा आप ने ओर बहुत अच्छी जान्कारी दी, वो सुबह कभी तो आयेगी..... बहुत दर्द है इस गीत मै...अभी तो रात ओर भी काली हो गई सुबह्का नामो निशान नही दिख रहा लेकिन फ़िर भी उम्मीद है कि ... वो सुबह कभी तो आयेगी....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-35523081006860188332009-11-27T17:59:00.710+05:302009-11-27T17:59:00.710+05:30बहुत नयी जानकारी दी है आपने .साहिर का यह गीत आज भी...बहुत नयी जानकारी दी है आपने .साहिर का यह गीत आज भी दिल में आशा का संचार करता है वो सुबह कभी तो आएगी ..दोनों रूप पसंद है इसके ..इंसान के जीवन से .शुक्रिया इस रोचक जानकारी के लिए और सुन्दर गीतों के लिए ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-7315005224027160442009-11-27T17:36:26.674+05:302009-11-27T17:36:26.674+05:30बीतेंगे कभी तो दिन आख़िर,ये भूख के और बेकारी के
टू...बीतेंगे कभी तो दिन आख़िर,ये भूख के और बेकारी के<br />टूटेंगे कभी तो बुत आख़िर,दौलत की इजारादारी के<br />जब एक अनोखी दुनिया की बुनियाद उठाई जायेगी<br />वो सुबह कभी तो आयेगी......<br /><br />काश वो सुबह जल्दी ही आ सके.......<br />गीत संगीत की बहुत ही शोधपरक जानकारी दी आपने....Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-64272316168309903842009-11-27T16:24:17.311+05:302009-11-27T16:24:17.311+05:30अवधिया जी यह निराशावाद का नहीं बल्कि अदम्य आशावाद ...अवधिया जी यह निराशावाद का नहीं बल्कि अदम्य आशावाद का गीत है .. वह सुबह कभी तो आयेगी .. आज भी इस गीत को सुनते हुए रीढ़ की हड्डी मे कम्पन होने लगता है , सर ऊंचा कर तन कर खड़े रहने का मन होता है और अपने देश के उस मेहनत्कश की ताकत पर भरोसा होता है जिसके लिये कॉमरेड साहिर ने यह पंक्तियाँ लिखीं <br />संसार के सारे मेहनतकश, खेतो से, मिलों से निकलेंगे<br />बेघर, बेदर, बेबस इन्सां, तारीक बिलों से निकलेंगे<br />दुनिया अम्न और खुशहाली के, फूलों से सजाई जायेगी<br />वो सुबह हमीं से आयेगीशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-69198263329505233662009-11-27T15:57:55.348+05:302009-11-27T15:57:55.348+05:30सुन्दर जानकारी के लिए साधुवाद , अवधिया साहब ! खा...सुन्दर जानकारी के लिए साधुवाद , अवधिया साहब ! खासकर ओरिगिनल गीत बहुत प्यारा लगा पता नहीं क्या सोच कर बदल दिया गया ?पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-21530999485694960792009-11-27T15:50:26.284+05:302009-11-27T15:50:26.284+05:30ज्ञानवर्धक आलेख । आभार !!!ज्ञानवर्धक आलेख । आभार !!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22602377905221642852009-11-27T15:19:07.177+05:302009-11-27T15:19:07.177+05:30साज और आवाज के बारे में हमें पता ही न था! आपको धन्...साज और आवाज के बारे में हमें पता ही न था! आपको धन्यवाद।<br />कागा क्या जाने कोकिला के रहस्य! :(Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-21985816459712588572009-11-27T12:49:59.379+05:302009-11-27T12:49:59.379+05:30संगीत का ये सफर बहुत अच्छा लगा । शुभकामनायेंसंगीत का ये सफर बहुत अच्छा लगा । शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-76699076178338419502009-11-27T12:22:27.061+05:302009-11-27T12:22:27.061+05:30बहुत ही रोचक जानकारी प्रदान की आपने। आभार।
-------...बहुत ही रोचक जानकारी प्रदान की आपने। आभार।<br />------------------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow" rel="nofollow">क्या धरती की सारी कन्याएँ शुक्र की एजेंट हैं?</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow" rel="nofollow">आप नहीं बता सकते कि पानी ठंडा है अथवा गरम?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-86053632262244063692009-11-27T12:12:46.118+05:302009-11-27T12:12:46.118+05:30अवधिया जी,
हिंदी सिनेमा संगीत के सुरीले सफ़र पर ल...अवधिया जी,<br /><br />हिंदी सिनेमा संगीत के सुरीले सफ़र पर ले जाने के लिए साधुवाद...काफी शोधपरक और अहम जानकारी दी...मैं खुद भी हिंदी सिनेमा की महान विभूतियों पर लेखमाला लिखने की सोच रहा हूं...इस पर ई-मेल के जरिए आपका <br />मार्गदर्शन लेता रहूंगा...अभी व्यस्तता के चलते थोड़ा विलंब हो रहा है..<br /><br />जय हिंद....Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-23135171473231182452009-11-27T11:47:53.016+05:302009-11-27T11:47:53.016+05:30दौलत के लिये जब औरत की, इस्मत को न बेचा जायेगा चाह...दौलत के लिये जब औरत की, इस्मत को न बेचा जायेगा चाहत को न कुचला जायेगा, ग़ैरत को न बेचा जायेगा अपनी काली करतूतों पर, जब ये दुनिया शर्मायेगी वो सुबह कभी तो आयेगी<br /><br />अवधिया जी उस सुबह का इंतजार हम भी कर रहे हैं, लेकिन इस रात की तो सुबह ही नही होती।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com