tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post7112189423212938090..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: झलक रहा लालित्य ललित काAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-38667987446956717792010-02-21T00:25:08.015+05:302010-02-21T00:25:08.015+05:30ललित तो ललित हैं, आपने अनुप्रास अलंकार के बारे मे...ललित तो ललित हैं, आपने अनुप्रास अलंकार के बारे में जानकारी प्रदान की अच्छा लगा और भले ही हम आपसे बहुत छोटे हैं पर आज से ३० वर्ष पहले शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक माध्यमिक शाला मुंगेली में अध्ययन के दौरान पढाये गए इन अलंकारों की याद ताजा हो आई. पद्माकर जी और सेनापति की कविता "निर्झरणी" पुस्तक में थी. एक पंक्ति मुझे भी याद हो आयी लाल लाल केसि फूलि रहे हैं बिसाल संग श्याम रंग मानो महु मसि में मिलाये हैं"<br />बहुत बढ़ियासूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-53497279907623224192010-02-20T20:14:17.716+05:302010-02-20T20:14:17.716+05:30bhaiya, sabase pahle to ghar mein jo shaadi thi us...bhaiya, sabase pahle to ghar mein jo shaadi thi uski badhai, doosri badhai ki aapaapko dekh kar bahut khushi hui..<br />lalit ji ki tareef aaj subah se hi ham kar rahein ..unmein tareef yogy kayii baatein hain...ek to unmein gazab ki oorja hai..kya-kya krte rehte hain..chiittha charcha, apni kavitaaon ka srijan aur nana jaane kya-kya...<br />kavitaaon ke vibhinn roopo ke jaankaari aapne di aapka hriday se dhnyawaad...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-27111236333483910452010-02-20T19:21:30.818+05:302010-02-20T19:21:30.818+05:30अवधिया जी,
माना हमने कभी आपको मोटरसाइकिल पर मेला न...अवधिया जी,<br />माना हमने कभी आपको मोटरसाइकिल पर मेला नहीं घुमाया, लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं आप सारी प्रशंसा का खजाना हमारे शेर सिंह जी (ललित शर्मा) पर ही लुटा दें...<br /><br />बुरा मत मानिएगा, होली की मस्ती की खुशबू अभी से आने लगी है...वैसे ललित जी, जो कुछ भी करते हैं, उसका जवाब नहीं होता...कविता के विश्लेषण के लिए आपका आभार...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-13275867467923445902010-02-20T14:49:49.907+05:302010-02-20T14:49:49.907+05:30ललित जी अपने नाम के अनूसार ही बहुत अच्छॆ ओर सुंदर ...ललित जी अपने नाम के अनूसार ही बहुत अच्छॆ ओर सुंदर स्व्भाव के लगते है, आप उन की मूंछे देख कर मत डरे, बहुत मिलन सार हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-40730647575652630102010-02-20T13:35:41.299+05:302010-02-20T13:35:41.299+05:30यह बात-विषय हिन्दी के हित का
रस, छंद और अलंकार सह...यह बात-विषय हिन्दी के हित का <br />रस, छंद और अलंकार सहित का <br />इन्हें अपनी काव्य कला में समेटे <br />झलक रहा लालित्य ललित कापी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-10576550858305881252010-02-20T12:58:45.198+05:302010-02-20T12:58:45.198+05:30ललित के लालित्य के तो क्या कहने
बी एस पाबलाललित के लालित्य के तो क्या कहने<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-67525124380417493362010-02-20T12:49:48.678+05:302010-02-20T12:49:48.678+05:30बहुत अच्छी जानकारी मिली....
आभार....बहुत अच्छी जानकारी मिली....<br /><br />आभार....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-82563719402346830732010-02-20T12:48:38.841+05:302010-02-20T12:48:38.841+05:30ललित जी की कविता तो मैं पढ चुकी थी .. इस रचना का त...ललित जी की कविता तो मैं पढ चुकी थी .. इस रचना का तो जबाब नहीं .. साहित्य का छूटा हुआ पाठ अभी पढ लिया !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-249209544076234702010-02-20T12:20:35.833+05:302010-02-20T12:20:35.833+05:30कविता के बारे में अच्छी जानकारी मिली। आभार अवधिया...कविता के बारे में अच्छी जानकारी मिली। आभार अवधिया जी। <br />और ललित जी के तो क्या कहने !डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-36360301544896297322010-02-20T11:55:38.798+05:302010-02-20T11:55:38.798+05:30आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद अन्तर सोहिल जी!
आपके...आपकी टिप्पणी के लिये धन्यवाद अन्तर सोहिल जी!<br /><br />आपके सुझाव के अनुसार फॉन्ट साइज बढ़ा दिया है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22664567485069965982010-02-20T11:48:24.676+05:302010-02-20T11:48:24.676+05:30आदरणीय नमस्कार
पोस्ट में फान्ट का साईज अगर थोडा बड...आदरणीय नमस्कार<br />पोस्ट में फान्ट का साईज अगर थोडा बडा हो सके तो आपका अनुग्रह होगा।<br /><br />पोस्ट के बारे में इसलिये टिप्पणी नही कर रहा हूं कि विषय मेरी समझ से बाहर है। क्षमाप्रार्थी हूं।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.com