tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post7148680191197357043..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: गांधी देशभक्त ... सुभाष बंगालभक्त(?) ... और भगतसिंह?Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22016506264756854592012-04-03T16:06:12.489+05:302012-04-03T16:06:12.489+05:30sir ji, mai 110% sahmat hu aapki baat se.sir ji, mai 110% sahmat hu aapki baat se.MD. SHAMIMhttps://www.blogger.com/profile/15934816181549303390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-20955242657269112642011-05-04T20:27:24.708+05:302011-05-04T20:27:24.708+05:30गांधी जी अपने सामने किसी चुनौती को स्वीकार नहीं कर...गांधी जी अपने सामने किसी चुनौती को स्वीकार नहीं कर पाते थे और वह उन्हें अपने रास्ते से हटाने का पूरा प्रयास किया करते थे , वह चुनौती भगत सिंह रही हो चाहे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस । <br />बहुत सुन्दर चिंतनीय आलेख ..... आभार । <br />गांधी वध की सच्चाई जाने पढेँ - <br />अखण्ड भारत के स्वप्नद्रष्टा वीर नाथूराम गोडसे भाग - एक , दो , तीन <br />www.satyasamvad.blogspot.comBharat Swabhiman Dalhttps://www.blogger.com/profile/03272508118112772215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-54457858979827073182009-10-03T02:59:03.070+05:302009-10-03T02:59:03.070+05:30अवधिया जी आपसे १००% सहमत हूँ |
वैसे वर्त्तमान गा...अवधिया जी आपसे १००% सहमत हूँ | <br /><br />वैसे वर्त्तमान गाँधी परिवार के रहते उनके परिवार और गाँधी जी को छोड़ कर किसी और स्वतन्त्रता सेनानी के सम्मान की बात करना ही बेमानी सी लगती है |Rakesh Singh - राकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-22596855325446672292009-10-02T14:59:06.150+05:302009-10-02T14:59:06.150+05:30गांधी जी की बाते अच्छी थी, लेकिन देश को आजादी इन्ह...गांधी जी की बाते अच्छी थी, लेकिन देश को आजादी इन्होने नही दिलाई, ओर जिन्हो ने दियाई कोई उन्हे याद ही नही करता, क्योकि अग्रेजो के बाद इन्ही गांधी जी ने हमे नेहरू खान दान का गुलाम बना दिया, ओर फ़िर हर किताब मै इसी खान दान की तारीफ़ होती रही इसी गांधी की तारिफ़ होती रही....<br />हमे आजदी दिलाई है नेता जी सुभाष चंद्र ने, भगत सिंह ने,सरदार पटेल ने, सोचो अगर आप के घर कोई बदमाश आ जाये तो आप क्या करेगे? मोका देखते ही उसे मारेगे, भगायेगे, नही तो वोआप को मार कर घर लुट कर ले जायेगा, <br />गंधी बाबा की बाते तो अच्छी है, लेकिन ....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-38038639984660442412009-10-02T13:51:11.525+05:302009-10-02T13:51:11.525+05:30@सभी देश भक्त पूज्य हैं।@
सौ प्रतिशत है जी. और ए...@सभी देश भक्त पूज्य हैं।@<br /><br /><br />सौ प्रतिशत है जी. और एक भारतीय के लिए सेल्युलर जेल तीर्थस्थान है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-21370887815029820312009-10-02T13:17:07.139+05:302009-10-02T13:17:07.139+05:30सभी देश भक्त पूज्य हैं।सभी देश भक्त पूज्य हैं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-34079039950997267292009-10-02T12:01:28.455+05:302009-10-02T12:01:28.455+05:30जी हाँ , गोपाल गोडसे की ही लिखी हुयी है, पर विचार ...जी हाँ , गोपाल गोडसे की ही लिखी हुयी है, पर विचार नाथूराम गोडसे के है !<br /><br />वैसे, आप भी सही है, "गांधी वध और मैं" भी एक सोचने का विषय है | एक एसे देश के नागरिक की हैसियत से जहाँ गांधी जी राष्ट्रपिता हो और यह कहा जाता हो कि गांधी वादी नीतियों पर देश चलाया जाता है एसा एक भी आदमी नहीं मिलेगा जिसने गांधी वध नहीं किया हो !! कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी, "मैंने गांधी को नहीं मारा !!", उस फिल्म में भी इसी विचार को प्रकाश में लाया गया है !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-55357474012817927772009-10-02T11:52:07.375+05:302009-10-02T11:52:07.375+05:30@ शिवम् मिश्रा
"गांधी वध क्यों?" नाम या...@ शिवम् मिश्रा<br /><br />"गांधी वध क्यों?" नाम याद दिलाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद मिश्रा जी, मुझे बार बार "गांधी वध और मैं" याद आ रहा था किन्तु यह पुस्तक गोपाल गोडसे की लिखी हुई है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-36215454568559245562009-10-02T11:51:20.581+05:302009-10-02T11:51:20.581+05:30यह एक कोरी बकवास है कि आजादी अंहिसा से मिली. अगर द...यह एक कोरी बकवास है कि आजादी अंहिसा से मिली. अगर दुसरा विशव युद्ध न हुआ होता तो भारत भी आजाद न होता. अंहिसा अंहिसा कर भारत को भिरू बना दिया. जब भारतीय फाँसी पर लटाकाए जा रहे थे. काले पानी की सजा पा रहे थे. कॉग्रेस चुनाव लड़ सत्तासुख भोग रही थी.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-90592287849666853842009-10-02T11:50:13.241+05:302009-10-02T11:50:13.241+05:30आज शास्त्री जी की भी जयंती होती है,कितने जानते है ...आज शास्त्री जी की भी जयंती होती है,कितने जानते है ?? <br /><br />भारत माता के सच्चे 'लाल', लाल बहादुर शास्त्री जी को मेरा शत शत नमन !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-69628261505580875482009-10-02T11:45:11.852+05:302009-10-02T11:45:11.852+05:30बहुत सटीक सामयिक सशक्त पोस्ट. आभार
गाँधी जयंती की ...बहुत सटीक सामयिक सशक्त पोस्ट. आभार<br />गाँधी जयंती की हार्दिक शुभकामनासमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-90504566587435446862009-10-02T11:43:36.133+05:302009-10-02T11:43:36.133+05:30अवधियाजी ,
बढ़िया लेख लिखा है आपने ! सोचने का विष...अवधियाजी ,<br /><br />बढ़िया लेख लिखा है आपने ! सोचने का विषय है आजके नेताओ के लिए अगर उनके पास इतना समय हो तो ??<br /><br />हमे बचपन से पढाया जाता है गांधी, गांधी और सिर्फ़ गांधी अब चाहे वो मोहन दास करमचंद गांधी हो , या इंदिरा गांधी ,या राजीव गांधी , या अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी हाँ बीच में नहेरु भी आ जाते है !! <br /><br />भगत सिंह , सुभाष चन्द्र बोस , जैसे लोगो को तो इतिहास से मिटा देने कि बहुत सी कोशिशे होती रहेती है समय समय पर !<br /><br />जिस किताब का आप जिक्र कर रहे है वो है ,"गांधी वध क्यों ??" |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-54267142413826113892009-10-02T11:30:22.410+05:302009-10-02T11:30:22.410+05:30गिरिजेश जी, अवश्य पढ़ूँगा। और भी बहुत सी पुस्तकें ह...गिरिजेश जी, अवश्य पढ़ूँगा। और भी बहुत सी पुस्तकें है जैसे कि गुरदत्त जी की स्वतन्त्रता की बेड़ियाँ। गुरुदत्त जी का तो पूरा साहित्य सच्चे इतिहास को समेटे हुए है। नथूराम गोडसे की गांधी वध से सम्बन्धित पुस्तक नाम याद नहीं आ रहा है भी सच्चाइयों को सामने लाती है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-8240357550743945412009-10-02T11:19:04.984+05:302009-10-02T11:19:04.984+05:30एक पुस्तक बता रहा हूँ, अवश्य पढ़िएगा:
'तिलक से...एक पुस्तक बता रहा हूँ, अवश्य पढ़िएगा:<br />'तिलक से आज तक' - हंसराज रहबर, राजपाल एण्ड संस <br />बहुत सी बातें साफ हो जाती हैं।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-39962882987616557802009-10-02T11:16:18.082+05:302009-10-02T11:16:18.082+05:30hamara samaj dohre maapdandon me jeene ka aadi hai...hamara samaj dohre maapdandon me jeene ka aadi hai. aur aise samaaj me sachhe logon ka kabhi sahi pahchan nahi mil pati. aakhir kab tak ye rona roya jaye ki british shasan ki har cheez ham aaj tak dhote aa rahe hain. sahi baat ye hai ki ham sab ke andar ek aisa aadme chhipa baitha hai jo suvidha chahta hai.aur use khone ka dar se aage bad kar ham kabhi sangharsh nahi karte. aaj bhi hamari 80 feesdi aabadi andhkaar me hai kyonki gyan ka prakaash jin logon tak pahuncha hai unhone sangharsh karne ke bazay suvidhabhogi rasta chun liya hai. aapne mahatvapurna mudda chuna hai. in muddon par baat honi hi chahiye. par aksar nahi hoti. aaj bhi ham sirf prayojit muddon par baat karte hain. ye dukhad hai.जया निगमhttps://www.blogger.com/profile/15744215155103849749noreply@blogger.com