tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post7541969773636449398..comments2024-02-01T17:17:24.739+05:30Comments on धान के देश में!: संस्कृत को कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग के लिए सर्वाधिक सुविधाजनक भाषा बनाने वाले प्रसिद्ध व्याकरणाचार्य - पाणिनि (Panini)Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-30124244366292353782011-02-12T02:30:29.399+05:302011-02-12T02:30:29.399+05:30क्या इसका प्रयोग किया गया है.. सुनते तो कई वर्षों ...क्या इसका प्रयोग किया गया है.. सुनते तो कई वर्षों से आ रहे हैं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-43992095673506081912011-02-12T02:02:58.609+05:302011-02-12T02:02:58.609+05:30बहुत सुंदर जानकारीबहुत सुंदर जानकारीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-69561452120019685242011-02-11T21:55:58.924+05:302011-02-11T21:55:58.924+05:30आई आई टी कानपुर में इस विषय पर वृहद शोध हुआ है।आई आई टी कानपुर में इस विषय पर वृहद शोध हुआ है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-81452806589065858152011-02-11T17:44:09.945+05:302011-02-11T17:44:09.945+05:30पाणिनी के बारे में जानकर अच्छा लगा।
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ब्...पाणिनी के बारे में जानकर अच्छा लगा।<br /><br />---------<br /><b><a href="http://za.samwaad.com/2011/02/blog-post_10.html" rel="nofollow">ब्लॉगवाणी: एक नई शुरूआत।</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-74515264719085183082011-02-11T16:18:16.919+05:302011-02-11T16:18:16.919+05:30@ Rahul Singh
राहुल जी,
आपकी टिप्पणी ने मेरी एक ...@ Rahul Singh<br /><br />राहुल जी,<br /><br />आपकी टिप्पणी ने मेरी एक बहुत बड़ी गलती को सुधारने का अवसर दिया है, मैं आपको किस तरह से धन्यवाद दूँ। पता नहीं क्यों एक लंबे समय से मेरे दिमाग में "पाणिनी" के स्थान पर "पाणीनि" शब्द ही बैठा हुआ था। अपनी इस गलती के लिए मुझे वास्तव में हार्दिक खेद है। पोस्ट में आवश्यक सुधार कर दिया गया है।<br /><br />त्रुटि बताने के लिए आपको कोटिशः धन्यवाद!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-86807756071784860062011-02-11T15:38:58.035+05:302011-02-11T15:38:58.035+05:30आपने बार-बार पाणीनि लिखा, रेखा जी ने पाणिनि और हम ...आपने बार-बार पाणीनि लिखा, रेखा जी ने पाणिनि और हम आज तक पाणिनी पढ़ते आए हैं, मामला व्याकरण का है, सो लिख दिया, हम गलत हों तो माफ कीजिएगा.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-27754006240081045862011-02-11T12:32:12.228+05:302011-02-11T12:32:12.228+05:30ऐसा नहीं है अवधिया जी, हमने मशीन अनुवाद के लिए आरम...ऐसा नहीं है अवधिया जी, हमने मशीन अनुवाद के लिए आरम्भ से ही पाणिनि के अष्टाध्यायी को ही लेकर नियमों को बनाया है और ये ही वह पुस्तक है जिसे व्याकरण के लिए सर्वाधिक प्रमाणिक माना जाता है. हाँ यह अवश्य है कि इसको प्रोग्रामिंग के लिए अभी तक प्रयोग नहीं किया गया है और जारी अनुसन्धान में ऐसा होना कोई बड़ी बात नहीं है. इस क्षेत्र में भारतीय भाषाओं कि संभावनाओं को खोजा जा रहा है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-73190464289250337502011-02-11T10:50:10.566+05:302011-02-11T10:50:10.566+05:30हम अद्भुत प्रजा है. इतने अद्भुत कि इसे विचित्र कहा...हम अद्भुत प्रजा है. इतने अद्भुत कि इसे विचित्र कहा जा सकता है. अपनी और अपनों का मूल्य नहीं पता. प्रयास करना तो दूर की बात है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7873472974131739342.post-1501941495688428882011-02-11T10:22:00.603+05:302011-02-11T10:22:00.603+05:30आपने बहुत सुन्दर जानकारी दी, मन प्रसन्न हो गयाआपने बहुत सुन्दर जानकारी दी, मन प्रसन्न हो गयाLearn By Watchhttps://www.blogger.com/profile/06971233278329456015noreply@blogger.com