Monday, January 19, 2009

हिन्दी कैसे शामिल होगी गूगल सपोर्टिंग भाषा की सूची में

हिन्दी फिलहाल गूगल के सपोर्टिंग भाषाओं की सूची में शामिल नहीं है। इसी कारण से हमें गूगल एडसेंस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। हमें गूगल एडसेंस का फायदा तभी मिल पायेगा जब हिन्दी गूगल के सपोर्टिंग भाषाओं की सूची में अपना स्थान बना ले। गूगल स्वयं चाहता है कि उसके सपोर्टिंग भाषाओं की सूची में अधिक से अधिक भाषाओं को स्थान मिले।

Google is working on support for other languages and will introduce them as soon as the automatic translation meets our standards. It is difficult to project how long this will take, as the problem is a complex one and each language presents its own unique challenges.

गूगल अन्य भाषाओं के क्षेत्र में भी काम कर रहा है, और ज्यों ही उन भाषाओं में स्वतः अनुवाद की गुणवत्ता हमारे मानकों पर खरी उतरेगी, उनमें पदार्पण कर दिया जाएगा. हालांकि इस प्रक्रिया में लगने वाले समय का अनुमान लगाना काफी कठिन होगा, क्योंकि यह एक जटिल कार्य है तथा प्रत्येक भाषा से नितांत मौलिक चुनौतियां जुड़ी होती हैं.

देखें: http://www.google.com/transconsole/giyl/editTranslations?project=intlbasic&langcode=hi&mode=EDIT_LIVE_TRANSLATIONS

यदि हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द हिन्दी को गूगल का सपोर्ट मिल पाये तो इसके लिये हम सबको मिलकर गूगल को सहयोग देना होगा।

हम गूगल को कैसे सहयोग सहयोग दे सकते हैं

पहला काम तो यह करना है कि गूगल इन यूवर लेंग्वेज में जाकर गूगल के अंग्रेजी वाक्य वाक्यांशों को हिन्दी में अनुवाद करने में मदद करें। वैसे वहाँ पर अनुवाद हो चुका है किन्तु वे अनुवाद संतोषजनक नहीं हैं। अतः हम असंतोषजनक अनुवाद को संतोषजनक बनाकर गूगल को सहयोग कर सकते हैं।

और दूसरा यह कि गूगल ट्रांसलेटर में अंग्रेजी से हिन्दी तथा हिन्दी से अंग्रेजी यांत्रिक अनुवाद बार बार करें और गलत तथा हास्यास्पद अनुवाद को सही करके गूगल को बेहतर अनुवाद सुझाएँ के माध्यम से बता दें।



मुझे विश्वास है कि हिन्दी को गूगल की भाषा सूची में लाने के लिये आप सभी उपरोक्त तरीके से गूगल को सहयोग करेंगे।

5 comments:

अनुनाद सिंह said...

आपने बहुत सही सुझाव दिये हैं। दूसरे लोग भी उसी की सहायता करते हैं जो अपनी सहायता खुद करते हैं। हिन्दी वालों को 'गूगल ट्रान्स्लेट' के रूप में एक महान उपहार मिला है। थोड़ा सा सुधार होने से यह हिन्दी भाषा के लिये वरदान साबित होगा। किन्तु बहुत कम लोग इसके महत्व से परिचित हैं। हमे इस बात को समझना होगा कि इसमें हिन्दी में जान फ़ूंकने की क्षमता छिपी हुई है।

Udan Tashtari said...

आभार इस जानकारी का. जरुर प्रयास करेंगे.

राज भाटिय़ा said...

एक अच्छी जानकारी दी आप, सच मै हम सब को मिल कर इस विषय मओ काम करना चाहिये .
धन्यवाद

Gyan Dutt Pandey said...

सच में, गूगल टांसलेटर का बहुत प्रयोग करता हूं, पर उसे समृद्ध करने का प्रयास कम ही किया है।

P.N. Subramanian said...

इसके लिए समय निकालना ही होगा. निश्चित रूप से यह हिन्दी की सेवा होगी. हमने काई बार किया है परंतु नियमित नहीं. आपका सुझाव उत्तम और अनुकरणीय है. आभार.