Sunday, January 22, 2012

रविवार!

रविवार अर्थात इतवार सभी का प्यारा दिन होता है, स्कूल की छुट्टी, आफिस की छुट्टी, काम-धंधे की छुट्टी! रविवार याने कि मौज मनाने का दिन, नियम-बंधन से परे होकर मनमाफिक समय बिताने का दिन या फिर लम्बी तान कर सोने का दिन! रविवार याने कि एक लम्बी प्रतीक्षा के बाद आने वाला दिन!

किन्तु कई मुस्लिम देशों में रविवार लम्बी तानकर सोने का दिन नहीं होता क्योंकि वहाँ रविवार का दिन अवकाश का दिन नहीं होता।

अन्तर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार रविवार सप्ताह का अन्तिम दिन होता है किन्तु क्रिश्चियन, इस्लामिक तथा हिब्रू कैलेण्डर सहित और भी कई कैलेण्डरों के अनुसार यह सप्ताह का पहला दिन होता है।

सप्ताह के सात दिनों में से पाँच दिन अर्थात् मंगलवार, बुधवार, वृहस्पतिवार, शुक्रवार तथा शनिवार के नाम ग्रहों के आधार पर है, एक दिन अर्थात् सोमवार उपग्रह चन्द्रमा के आधार पर है (यह अलग बात है कि हिन्दू ज्योतिष में चन्द्रमा को भी एक ग्रह ही माना गया है), केवल रविवार ही एक ऐसा दिन है जिसका नाम एक तारे अर्थात् सूर्य पर आधारित है।

मजे की बात है कि ग्रैगेरियन कैलेण्डर की कोई भी शताब्दी रविवार से आरम्भ नहीं होती और कोई भी यहूदी नया साल का पहला दिन, जिसे कि रोश हश्नाह (Rosh Hashanah) कहा जाता है, रविवार से शुरू हो ही नहीं सकता, यहूदी नया साल तो रविवार के अलावा बुधवार और शुक्रवार से भी शुरू नहीं हो सकता।

रविवार याने कि Sunday के आधार पर बहुत से दिनों के नामकरण हुए हैं यथा - Black Sunday, Bloody Sunday,  Cold Sunday, Easter Sunday, Gaudete Sunday, Gloomy Sunday, Good Shepherd Sunday, Laetare Sunday, Low Sunday, White Sunday, Quasimodo Sunday, Divine Mercy Sunday, Palm Sunday, Passion Sunday, Selection Sunday, Super Bowl Sunday आदि।

बहरहाल रविवार अधिकतर लोगों का प्यारा दिन है।

4 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

रोचक जानकारी..

P.N. Subramanian said...

ज्ञानवर्धन हुआ. आभार.

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

यहाँ भी कई जगह शुक्रवार को बंदी होने लगी है.

Ravi Chauhan said...

Really very niceeeeee