Saturday, June 21, 2008

लड़कियों की पहली पसंद टपोरी लड़के

लड़कों को लड़कियों से दोस्ती करनी हो तो उन्हें ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। टपोरी बनो, गंदी आदतें डालो, खराब व्यहार करो और लड़कियाँ आगे-पीछे घूमेंगी। वैज्ञानिकों ने अपने शोध के आधार पर बताया कि बुरे आचरण वाले लड़कों की ज्यादा लड़कियों से दोस्ती होती है। अध्ययन के दौरान उन्होंने पाया कि छली-कपटी, असंवेदनशील और घमंडी लड़कों के साथ लड़कियों की अच्छी पटती है।

जापान के क्योटो में मानवीय व्यवहार और सामाजिक क्रांति विषय को लेकर हुई बैठक में एक रिपोर्ट पेश की गई जिससे स्पष्ट होता है कि बुरी आदत-व्यवहार वाले व्यक्तियों के अंदर सेक्स की गुणवत्ता अधिक होती है। लॉस क्रूसेस के न्यू मेक्सिको सटेट यूनिव्हर्सिटी के अध्ययनकर्ता पीटर जेम्स ने कहा कि तथ्य का सत्यापन जेम्स बांड से होता है। वे बहुत ही बहिर्मुखी हैं और दूसरे का कत्ल भी आसानी से कर देते हैं लेकिन वे लड़कियों के बीच चर्चा का विषय हैं।

इलिनॉक्स प्रांत के ब्रेडले यूनिव्हर्सिटी की फैकल्टी डेविड स्मिट ने 57 देशों के 35,000 लोगों का सर्व्हे किया। उन्होंने पाया कि बुरी आदतों वाले पुरुषों का महिलाओं पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और उनकी थोड़े समय की दोस्ती हमेशा सफल रहती है। अध्ययन से प्राप्त परिणामों के आधार पर उन्होंने कहा कि खराब प्रवृति के व्यक्ति गलत ढंग से दूसरे की प्रियतमा के साथ संबंध जोड़ना चाहते हैं। जॉनसन ने अपनी टीम के साथ मिल कर 200 कालेजों के विद्यार्थियों का परीक्षण किया। उन्होंने देखा कि बुरे आचरण करने वाले लड़कों की सहेलियाँ अधिक थीं। और ऐसे लड़कों को थोड़े समय के लिये रिश्ता कायम करना काफी पसंद था। उनकी रिपोर्ट को न्यू साइंटिस्ट पत्रिका में प्रकाशित किया गया। हालाकि इस व्यक्तित्व और आदत का मेल सिर्फ लड़कों में ही होता है, बुरे आचरण वाली लड़कियाँ लड़कों से उतनी अधिक प्रभावित नहीं होतीं।

(नव-भारत रायपुर से साभार)

6 comments:

Udan Tashtari said...

आप इतने कान्फिडेन्स से कह रहे हैं तो मान लेते हैं साहेब. हम तो बाहर ही कहलाये.

संजय शर्मा said...

प्रचंड सहमति रखता हूँ इस शोध से . भारत में भी इस टाइप का शोध सर्वेक्षण हो तो परिणाम ऐसे ही आएंगे. टपोरी टाइप के लड़के में कांफिडेंस ज्यादा होता है , झूठ को बड़ी सफाई के साथ सच मनवाने की कला मौजूद होती है . पहल करने वाला ही पाता है .
इस शोध के बारे क्या ख्याल है आपका ? इसका आभाव खला .

डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी said...

अब समझ मे आया महिलाएँ हमसे दूर क्यो भागती है, अपनी तो दोस्ती होने से रही, अगले जन्म मे बता देना भाई ट्पोरी बनने की कोशिश करेंगे.

MD. SHAMIM said...

sir ji, aapne bilkul sahi kahi, 24 saal ka ho gaya hu ab tak 1 bhi girlfriend nahi bani.

डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी said...

कोई बात नहीं शमीम साहब! मित्र तो मित्र होते हैं, उन्हें लड़के या लड़कियों के चश्में से क्यूं देखा जाय.

डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी said...

कोई बात नहीं शमीम साहब! यह अच्छी बात है कि आप अभी तक बचे हुए हैं.