Saturday, October 9, 2010

ब्लोग या वेबसाइट बनाने का क्या उद्देश्य होना चाहिए?

प्रायः लोग अपना ब्लोग या वेबसाइट बनाते हैं। कोई भी कार्य बिना उद्देश्य के नहीं होता, अतः ब्लोग या वेबसाइट बनाने का भी कुछ न कुछ उद्देश्य अवश्य ही होना चाहिए। क्या होना चाहिए वह उद्देश्य?

प्रायः अपनी रचनाओं तथा प्रतिभाओं को सार्वजनिक करना ही ब्लोग या वेबसाइट बनाने का मुख्य उद्देश्य होता है। इस उद्देश्य को अनुचित नहीं कहा जा सकता। किन्तु यदि अपने ब्लोग या वेबसाइट के जरिये अपनी रचनाओं तथा प्रतिभाओं को सार्वजनिक करने के साथ ही साथ कुछ जन-कल्याण का कार्य या अपनी संस्कृति, सभ्यता, भाषा आदि को बढ़ावा देने का कार्य भी किया जाए तो "सोने में सुहागा" हो जाए।

आज नेट में हिन्दी को आगे बढ़ाने के लिए ब्लोग के अलावा जनकल्याणकारी वेबसाइट्स, वेब डायरेक्टरीज़, आर्टिकल डायरेक्टरीज़ आदि का भी निर्माण जरूरी हो गया है।

फिल्म बावर्ची में एक बहुत ही सुन्दर सन्देश दिया गया है कि "दूसरों को सुख प्रदान करने से जो सुख मिलता है वही सच्चा सुख है।" यह सन्देश मुझे बहुत ही प्यारा लगता है। आज जरूरत है स्वयं के कल्याण के साथ ही साथ दूसरों का भी कल्याण करने का।

ऐसे ही उद्देश्य को लेकर अलबेला खत्री जी ने, हमारे देश के हजारों-लाखों कलाकारों की प्रतिभा को सर्वसामान्य के समक्ष लाने के लिए, अलबेलाखत्री.कॉम का निर्माण किया है। वे अपने निवेदन में लिखते हैं किः

विशेष निवेदन :

मित्रो ! ये एक खेल मात्र नहीं है, बल्कि ये उस महती कार्य को अंजाम तक पहुँचाने का प्रयास है जिसका सपना मैंने बहुत पहले देखा था। ऐसे कितने ही प्रतिभाशाली लोग हैं जो फ़िल्मों, टी वी और स्टेज के अलावा म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम और दाम कमा सकते हैं लेकिन वे दूर दराज के क्षेत्रों में रहते हैं या उनके पास कोई प्रोपर एप्रोच नहीं होती इसलिए उनकी कला केवल उनके घर-आँगन तक ही सीमित रहती है www.albelakhatri.com ने पहली बार एक ऐसा मंच तैयार किया है जहाँ बिना कोई खर्च किये कोई भी कलाकार अपने को कितना भी प्रमोट कर सकता है और बड़े प्रोडक्शन हाउसेस की नज़रों में आ सकता है । यदि उसमे प्रतिभा है तो उसे अवसर मिल ही जाये, ऐसा प्रबन्ध हम कर रहे हैं और ज़्यादा से ज़्यादा निर्माता-निर्देशक व इवेंट ओर्गेनाइज़र on line talent search के ज़रिये उन तक पहुँच सकें इसकी व्यवस्था हम कर रहे हैं।


और भी बहुत कुछ है । जैसे www.albelakhatri.com पर आप अपना विज्ञापन ख़ुद बना कर निशुल्क लगा सकते हैं । साथ ही मित्र समूह बना कर प्रत्येक मित्र पर 40 पॉइंट कमा सकते हैं वगैरह वगैरह।

खत्री जी का यह प्रयास सराहनीय है और हम सभी का कर्तव्य है कि उनके इस प्रयास को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें।

5 comments:

Unknown said...

बहुत उम्दा बात कही आपने अवधिया जी !

हार्दिक ख़ुशी हुई

धन्यवाद !

प्रवीण पाण्डेय said...

कुछ न कुछ उद्देश्य तो होना चाहिये।

राज भाटिय़ा said...

सही कहा आप ने धन्यवाद

Rahul Singh said...

छत्‍तीसगढ़ में कुछ कलाकारों ने लाफ्टर क्‍लब गठित किया है, कुछ अच्‍छे कार्यक्रम भी प्रस्‍तुत किया है इस क्‍लब ने. मुझे लगता है अलबेला जी के ब्‍लॉग इन कलाकारों को मदद मिल सकेगी.

शरद कोकास said...

सही चिंतन है ।