Wednesday, November 3, 2010

मोहम्मद रफी की आवाज में दुर्लभ किन्तु मधुर छत्तीसगढ़ी गाना

सन् 1965 में पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म बनी थी "कहि देबे सन्देश"। फिल्म के निर्माता थे मनु नायक। "कहि देबे सन्देश" का संगीतकार मलय चक्रवर्ती ने इस फिल्म में अत्यन्त ही मधुर एवं कर्णप्रिय संगीत प्रदान किया था किन्तु वे गीत आज दुर्लभ हो गए हैं।

प्रस्तुत है उसी फिल्म कहि देबे सन्देश का गीत जिसे मोहम्मद रफी साहब ने मधुर आवाज प्रदान किया थाः

14 comments:

राज भाटिय़ा said...

मस्त लगा जी यह गीत

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

मधुर आवाज में मधुर गीत.

डॉ टी एस दराल said...

वाह , मोहम्मद रफ़ी की याद ताज़ा हो गई ।

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

सुदंर गाना हे, आज एखरे चर्चा घला करत रहेन
अऊ आप मन सुनवा घला डारेव।
गाडा गाड़ा बधई

उम्मतें said...

ललित शर्मा की प्रतिक्रिया ही हमारी भी मानिए !

महेन्‍द्र वर्मा said...

बढ़िया गाना सुनवाएव जी, मजा आगे, जुन्ना गाना के अच्छा सुरता कराएव...धन्यवाद।
देवारी तिहार के आप मन ल अब्बड़कन बधई।

प्रवीण पाण्डेय said...

वाह।

P.N. Subramanian said...

देवारी तिहार के आप ला अब्बड़ बधई

शरद कोकास said...

यह गीत हर छत्तीसगढिया को मालूम होना चाहिये ।

शिवम् मिश्रा said...


बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !

आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।

आपको और आपके परिवार में सभी को दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ! !

आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें

Udan Tashtari said...

अच्छा लगा ...





सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!

-समीर लाल 'समीर'

Shah Nawaz said...

बेहद खूबसूरत...

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!

Saleem Khan said...

दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !

Saleem Khan said...

दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !