लंबे इंतजार के बाद आखिर हिन्दी एडसेंस की भी अधिकृत भाषा बन ही गई। हिन्दी ब्लोग्स में भी अब एडसेंस के विज्ञापन दिखाई देने लगे हैं। पर कितनी कमाई कर सकेंगे एडसेंस से हम हिन्दी ब्लॉगर?
जब एडसेंस के एड पर कोई ब्लॉग व्हिजिटर क्लिक करता है तो कुछ कमाई होती है। अब प्रत्येक व्हिजिटर तो एडसेंस के विज्ञापन पर क्लिक करेगा नहीं। मान लीजिए आपके ब्लॉग का कोई व्हिजिटर कपड़े या जूते की आनलाइन खरीदी करना चाहता है और आपके ब्लॉग में एडसेंस द्वारा कपड़े या जूते का विज्ञापन आ रहा है तो उस विज्ञापन पर क्लिक कर सकता है। पर सौ डेढ़ सौ व्हिजिटर्स में से कोई एक ही व्हिजिटर ऐसा होता है। याने कि आपके ब्लॉग में आने वाले व्हिजिटर्स की संख्या जितनी अधिक होगी, उतनी ही अधिक कमाई करने के चांस होंगे।
मेरे इस "धान के देश में" ब्लॉग पर एडसेंस एड्स पर जो क्लिक हुए हैं उनसे अब तक की कमाई "ऊँट के मुँह में जीरा" बराबर है।
इसका मतलब यह है कि मैं अपने इस ब्लॉग में ऐसी सामग्री दूँ कि अधिक से अधिक लोग खोजकर प्रतिदिन मेरे ब्लॉग पर आयें।
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