अब मैं अच्छी तरह से जानता हूँ कि यदि इस व्हीडियो को मैं चलाना शुरू करूँगा तो जरूर यह बीच बीच में बार बार रुकेगा और मेरा दिमाग भन्ना जाएगा। अब यदि संगीत बीच बीच में टूटता जाए तो क्या दिमाग नहीं भन्नायेगा? आपने भी जरूर कई बार ऐसे अनुभव हुए होंगे। तो क्या करें कि व्हीडियो बीच बीच में न रुके और सही सही चलता रहे। चलिए मैं बताता हूँ कि क्या करना है। बहुत आसान है ये। बस आपको व्हीडियो के सही सही चलने के लिए पाँच-दस मिनट इंतिजार करना है।
आपको सिर्फ इतना करना है कि उस व्हीडियो को चालू करने के बाद उसके आवाज को बंद कर देना है।

चलिए अब जिस गज़ल ने मुझे यूट्यूब में भेजा था, उसे आप लोगों को भी पढ़ा और उसका व्हीडियो दिखा दूँ
अजनबी शहर के अजनबी रास्ते, मेरी तन्हाई पे मुस्कुराते रहे,
मैं बहुत देर तक यूं ही चलता रहा, तुम बहुत देर तक याद आते रहे।
ज़हर मिलता रहा, ज़हर पीते रहे, रोज़ मरते रहे रोज़ जीते रहे,
ज़िंदगी भी हमें आज़माती रही, और हम भी उसे आज़माते रहे।
ज़ख्म जब भी कोई ज़हनो दिल पे लगा, जिंदगी की तरफ़ एक दरीचा खुला,
हम भी गोया किसी साज़ के तार हैं, चोट खाते रहे गुनगुनाते रहे।
कल कुछ ऐसा हुआ मैं बहुत थक गया, इसलिये सुन के भी अनसुनी कर गया,
इतनी यादों के भटके हुए कारवां, दिल के जख्मों के दर खटखटाते रहे।