Wednesday, May 21, 2008

मर रे मानव मर!

मर रे मानव मर
भूस्खलन से मर
भूकंप से मर
मुठभेड़ कर और मर
बम विस्फोट से मर
जहरीली शराब पी कर मर
नकली दवा से मर
श्रद्धालु बन, दर्शन हेतु जीप से जा और दुर्घटना से मर
मरने से जरा भी न डर
मरना तेरी नियति है इसलिये तू मर

वेबदुनिया समाचार

1 comment:

समय चक्र said...

मरने से जरा भी न डर
मरना तेरी नियति है इसलिये तू मर
vaah kya baat hai dhanyawaad