Friday, April 3, 2009

भगवान राम ने 37 वर्ष की अवस्था में रावण का वध किया था


इंडियन रेव्हन्यू सर्विस के श्री पुष्कर भटनागर दिल्ली ने एक कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर की सहायता से सिद्ध किया था कि भगवान श्री राम का जन्म 10 जनवरी सन् 5114 को हुआ था। भटनागर जी ने अमेरिका से एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्राप्त किया जिसके द्वारा सूर्यग्रहण या चन्द्रग्रहण की गणना की जाती है। इस सॉफ्टवेयर में यदि ग्रहों तथा नक्षत्रों का मान डाल दिया जाये तो यह गणना कर के उसका काल बता देता है।

वाल्मीकि रामायण में महर्षि श्री वाल्मीकि ने राम जन्म, राम वनवास, खरदूषण वध, रावण वध तथा वनवास समाप्ति के समय ग्रहों तथा नक्षत्रों का विवरण दिया है। इन विवरणों को श्री भटनागर जी ने सॉफ्टवेयर में डाल दिया जिससे कि निम्न परिणाम मिलेः

राम जन्म - 10 जनवरी 5114 (ईसा पूर्व)
राम वनवास - 05 जनवरी 5089 (ईसा पूर्व) राम की उम्र 25 वर्ष
खरदूषण वध - 07 अक्टूबर 5077 (ईसा पूर्व) राम की उम्र 36 वर्ष
रावण वध - 02 दिसम्बर 5076 (ईसा पूर्व) राम की उम्र 37 वर्ष
वनवास समाप्ति - 02 जनवरी 5075 राम की उम्र 39 वर्ष

जानकारी http://www.hvk.org/articles/1003/90.html से साभार

पुनश्चः मुझे खेद है कि मुझसे दो स्थानों में टायपिंग की गलती हो गई थी जिन्हें कि मैंने अब सुधार दिया है। गलती की ओर ध्यान दिलाने के लिये हेम पाण्डे जी का धन्यवाद!

8 comments:

अभिषेक मिश्र said...

Vakai janakri mein taartamya hai.

hem pandey said...

तो राम जी का वास्तविक जन्म दिवस ०२ जनवरी ईसापूर्व ५११४ माना जाए या १० जनवरी ईसापूर्व ५११४ ?

Unknown said...

मुझे खेद है कि मुझसे दो स्थानों में टायपिंग की गलती हो गई थी जिन्हें कि मैंने अब सुधार दिया है। गलती की ओर ध्यान दिलाने के लिये हेम पाण्डे जी का धन्यवाद!

दिनेशराय द्विवेदी said...

फिर तारीखें, कोई तिथियाँ भी तो बताए।

Unknown said...

द्विवेदी जी,

तिथियों तथा ग्रह नक्षत्रों का विवरण तो वाल्मीकि रामायण में ही हैं केवल वर्ष नहीं है। जैसे कि वाल्मीकि रामायण के सर्ग 19 के आठवें और नवें श्लोक के अनुसार राम के जन्म के समय का विवरण हैः तिथि नवमी, नक्षत्र चित्रा, सूर्य मेष राशि में, शनि तुला राशि में, गुरु कर्क राशि में, शुक्र मीन राशि में, मंगल मकर राशि में, लग्न कर्क राशि में समय मध्याह्नकाल

तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में उस दिन को मंगलवार भी बताया है।

नौमी तिथि मधु मास पुनीता। सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता।।

Arvind Mishra said...

रोचक जानकारी ! शुक्रिया !

रूपाली मिश्रा said...

मैंने पिछले साल टीवी पर देखा था उनका कार्यक्रम वैसे इतना बदल जाता होगा टाइम की चैत्र जनुअरी में पड़ गया होगा?

राज भाटिय़ा said...

अदभुत जानकारी.
धन्यवाद