Friday, October 23, 2009

थोड़ी सी कमाई तो आप नेट में सर्च करके भी कर सकते हैं

यह कमाई नाममात्र की है, बिल्कुल थोड़ी सी, याने कि साल छः महीने में मात्र £20 की। अब कमाई तो कमाई ही होती है, भले ही नाममात्र की हो! तो मैं आपको यह बता रहा था कि थोड़ी सी कमाई तो आप नेट में सर्च करके भी कर सकते हैं। नेट में सर्च तो हम लोग प्रायः हम लोग रोज ही किया करते हैं पर यदि सर्च करने के साथ ही साथ कुछ कमाई भी हो जाए तो फिर बात ही क्या है!

यू.के. की होमपेजेस फ्रेंड्स कंपनी सर्च करने के लिए भी सर्च करने वाले को भुगतान करती है। यह कंपनी सर्च करने के लिए याहू सर्च इंजिन का प्रयोग करती है। इस कंपनी का सदस्य बन कर आप भी साल में £20 से £50 तक की कमाई कर सकते हैं। सदस्य बनने के लिए इस लिंक या नीचे के बैनर को क्लिक करें।




भुगतान £20 कमाई होने पर ही किया जाता है और राशि सीधे आपके बैंक खाते में या पेपल खाते में जमा होती है।

निम्न देशों में यह सेवा उपलब्ध नहीं हैः

United Kingdom, France, Germany, Italy, Spain, Australia, Thailand, Singapore, Indonesia, Philippines, Vietnam, Malaysia

ध्यान रखें

इस पोस्ट के सारे लिंक मेरे रेफरल लिंक्स हैं याने कि आपके सदस्य बनने पर आपकी कमाई के साथ मेरी भी कुछ कमाई हो जायेगी।

अब तक मेरी कमाई £20 नहीं पहुँचने के कारण मुझे अब तक कुछ भी भुगतान नहीं हुआ है।

यद्यपि मेरी जानकारी के अनुसार यह रेपुटेड कंपनी है और याहू जैसे विख्यात पोर्टल से जुड़ी है, फिर भी स्मरण रखना आवश्यक है कि कहा नहीं जा सकता कि नेट में कौन कब दगा दे जायेगा।

कल के खोपड़ी खपाऊ प्रश्न का उत्तरः

कल का प्रश्न थाः

आप अकेले किसी रास्ते से एक अनजान मंजिल तक जा रहे हैं। आपको बताया जाता है कि आगे जा कर यह रास्ता दो भागों मे बँट जायेगा जिसमें से एक तो आपको अपनी मंजिल तक पहुँचा सकता है और दूसरा मौत के मुँह में। याने कि एक सही रास्ता है और एक गलत। आपको यह भी बताया जाता है कि जहाँ पर रास्ता दो भागों में विभक्त होता है वहाँ पर दो आदमी दिखाई देंगे जिनमें से एक हमेशा सच बोलता है और दूसरा झूठ। सही रास्ता जानने के लिए आप उन दोनों में से किसी एक से सिर्फ एक प्रश्न पूछ सकते हैं (ध्यान रखें कि आप जिससे प्रश्न करेंगे उसके विषय में नहीं जानते कि वह सच बोलने वाला है या झूठ)।

तो क्या प्रश्न करेंगे आप?

जनाब कैरानवी जी ने कल मेरे पोस्ट प्रकाशित होने के कुछ देर बाद ही मुझे सही उत्तर मेल कर के सही उत्तर भेज दिया था जो इस प्रकार हैः

चलते चलते का जवाब इधर दे रहा हूं, कि उधर देता तो पोस्ट आपका मजा खराब होजाता, शायद

वह सवाल यूं था कि दो दरवाजों पर दो पहरेदार खडे हैं एक सच्‍चा एक झूठा आपको नहीं पता कि उनमें कौनसा सच्‍चा कौन कौन सा झूठा है,
उनसे आपको एक सवाल करना है जिससे सी दरवाजे का आपको पता लग जाये,
सवाल एक पहरेदार से किजियेः ''पहरेदार भाई यह बताओ अगर में दूसरे पहरेदार से पूछूं कि मुझे किस दरवाजे से जाना है तो वह क्‍या कहेगा''
उसका जो भी जवाब हो उससे उलटे यानी दूसरे दरवाजे में आप जा सकते हैं,
क्‍यूंकि अगर वह झूठा है तो वह जानता है कि दूसरा सच्‍चा है वह सच दरवाजा बता देगा, इस लिये वह गलत दरवाजा बतायेगा
क्‍यंकि अगर वह सच्‍चा है तो वह जानता है दूसरा झूठा है इस लिये वह गलत दरवाज बतायेगा तो यह गलत दरवाजा ही बतायेगा

इन सब से यह अर्थ निकलता है कि जो आप उपरोक्‍त से सवाल करेंगे जिस दरवाजे में जाने को कहा जाये उसमें ना जाकर दूसरे दरवाजे में जाया जाये,

बाद में आशीष श्रीवास्तव जी ने भी सही जवाब दियाः

हम पुछेँगे कि यदि मै दूसरे व्यक्ति से पुछूँ की मौत का रास्ता कौनसा है तो वह कौनसा रास्ता बतायेगा? जो भी रास्ता बताया जायेगा उसके उल्टे रास्ते पर चल देँगे!
सच बोलने वाला जो रास्ता बातायेगा वह गलत होगा क्योँकि वह सच बोल रहा है| सत्यवादी असत्यवादी का उतर वैसे ही बतायेगा जो गलत होगा|
झूठ बोलने वाला जो रास्ता बतायेगा वह गलत होगा क्योँकि वह झूठ बोल रहा है| असत्यवादी सत्यवादी के उत्तर को उल्टा कर के बतायेगा जो गलत ही होगा|

जी हाँ, दोनों व्यक्तियों में से किसी भी एक से आपका प्रश्न यही होगा कि 'दूसरे व्यक्ति से सही रास्ता पूछने पर वह किस रास्ते को बताएगा?'

आपके प्रश्न के उत्तर में बताया जाने वाला रास्ता गलत रास्ता ही होगा। आप उस रास्ते को छोड़ कर दूसरे रास्ते में जा सकते हैं।

व्यख्याः

यदि आपने सच बोलने वाले व्यक्ति से प्रश्न किया है तो वह जानता है कि दूसरा व्यक्ति झूठ बोलता है और गलत रास्ते को ही बतायेगा, इसलिए वह भी आपको गलत रास्ते को ही बतायेगा।

और यदि आपने झूठ बोलने वाले व्यक्ति से प्रश्न किया है तो वह जानता है कि दूसरा व्यक्ति सच बोलता है और सही रास्ता बतायेगा किन्तु अपने झूठ बोलने की आदत के कारण उसके बताये जाने वाले रास्ते को न बता कर दूसरे याने कि गलत रास्ते को बतायेगा।

चलते-चलते


नई शादी के बाद और शादी के एक वर्ष बाद ... पति पत्नी संवाद ...

नई शादी के बादः

पतिः देर किस बात की है।

पत्नीः क्या तुम चाहते हो मैं चली जाऊँ?

पतिः नहीं, ऐसा तो मैं सोच भी नहीं सकता।

पत्नीः क्या तुम मुझे प्यार करते हो?

पतिः अवश्य! एक नहीं अनेकों बार!!

पत्नीः क्या तुमने मुझे कभी धोखा दिया है?

पतिः कभी नहीं! ये तो तुम अच्छी तरह से जानती हो, फिर क्यों पूछ रही हो?

पत्नीः अब क्या तुम मेरा मुख चूमोगे?

पतिः इसके लिये तो मैं तो कोई भी अवसर नहीं छोड़ने वाला।

पत्नीः क्या तुम मुझे मारोगे?

पतिः मुझे क्या पागल कुत्ते ने काटा है जो मैं ऐसा करूँगा?

पत्नीः क्या तुम मुझ पर विश्वास करते हो?

पतिः हाँ!

पत्नीः ओ डार्लिंग!!!

शादी के एक वर्ष के बाद के लिये कृपया नीचे से ऊपर पढ़ें।

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"संक्षिप्त वाल्मीकि रामायण" का अगला पोस्टः

कैकेयी कोपभवन में - अयोध्याकाण्ड (3)

9 comments:

kishore ghildiyal said...

bahut badhiya neeche se padne me jyada achha laga

http/jyotishkishore.blogspot.com

Mohammed Umar Kairanvi said...

अवधिया जी आज तो आपने उल्‍टा करके सीधा करके चुटकला ऐसे पढवाया जब कमेंटस देने चला तो ऐसा लगा कि ब्‍लागस्‍पाट ही उलटा सीधा होगया, धन्‍यवाद आपका के आपने तुरन्‍त जानकारी देकर मुझे उल्‍टा सीधा होने से बचा लिया,

राज भाटिय़ा said...

आवधिया जी भई अपना दिमाग तो काम नही कर रहा आप का जबाब भी हमे समझ नही आया, सवाल तो समझ मै आया...क्योकि सत्य बोलने वाला तो कभी झुठ नही बोलता, फ़िर वो उस समय क्यो झुठ बोलेगा??? लेकिन वाह वाह तो कर ही दे...ओर आप का यह उलटा सीधा चुटकला भी बहुत अच्छा लगा.
राम राम जी की

संजय बेंगाणी said...

पहेली मजेदार रही.

M VERMA said...

कौन सा सीधा है उल्टा वाला या सीधा वाला.

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

ये उल्टा सीधा तो बडे कमाल का रहा.....मजेदार्!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

वाह.....।
हा..हा...हा...!

Khushdeep Sehgal said...

अवधिया जी,

देरी के लिए माफ़ी...ये सीधे को उलटा करने की कलाकारी तो गजब है...बड़ी तजुर्बे से सीखी लगती है...


जय हिंद...

विवेक रस्तोगी said...

ये उल्टा सीधा मजेदार रहा।