Tuesday, July 6, 2010

भोजन को सुस्वादु बनाने वाला ग्रेव्ही अर्थात् करी याने कि तरी

भारतीय ग्रेव्ही, जिसे कि अक्सर करी और तरी भी कहा जाता है, का अपना अलग ही इतिहास है। जी हाँ, आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि भारतीय करी का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है। प्राचीन काल में, जब भारत आने के लिये केवल खैबर-दर्रा ही एकमात्र मार्ग था क्योंकि उन दिनों समुद्री मार्ग की खोज भी नहीं हुई थी। उन दिनों में भी यहाँ आने वाले विदेशी व्यापारियों को भारतीय भोजन इतना अधिक पसंद था कि वे इसे पकाने की विधि सीख कर जाया करते थे और भारत के मोतियों के साथ ही साथ विश्‍वप्रसिद्ध गरम मसाला खरीद कर अपने साथ ले जाना कभी भी नहीं भूलते थे।


करी शब्द तमिल के कैकारी, जिसका अर्थ होता है विभिन्न मसालों के साथ पकाई गई सब्जी, से बना है। ब्रिटिश शासनकाल में कैकारी अंग्रेजों को इतना पसंद आया कि उन्होंने उसे काट-छाँट कर छोटा कर दिया और करी बना दिया। आज तो यूरोपियन देशों में करी इंडियन डिशेस का पर्याय बन गया है।

6 comments:

राजकुमार सोनी said...

आपकी पोस्ट शानदार है. मुंह में पानी आ गया.

शिवम् मिश्रा said...

बढ़िया जानकारी !

M VERMA said...

बढिया जानकारी
चित्र ने तो मुँह में पानी ला दिया

डॉ टी एस दराल said...

दिलचस्प जानकारी ।
आज सब ब्लोग्स पर टिप्पणियां जीरो क्यों दिख रही हैं । सब पर मोडरेशन भी दिख रहा है । अज़ब गज़ब मामला है ।

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

दिलचस्प जानकारी ।

प्रवीण पाण्डेय said...

वाह, इतना स्वादिष्ट इतिहास ।