Monday, July 5, 2010

कोई दम तोड़ दे तो तोड़ दे पर भारत बंद रहेगा

बीमार को अस्पताल नहीं पहुँचा सकते क्योंकि भारत बंद है। कोई यदि उसे अस्पताल तक पहुँचाना भी चाहे तो उसे रोक दिया जायेगा और यदि न रुके तो उसका वाहन जला दिया जायेगा। कोई दम तोड़ दे तो तोड़ दे पर भारत बंद रहेगा।

शक्ति-प्रदर्शन करने वालों को बंद करके अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने से ही मतलब होता है, उन्हें भला इससे क्या मतलब है कि रोज कमाने और रोज खाने वाले कितने लोगों के घर में चूल्हे नहीं जले, होटलों में खाना खाना जिनकी मजबूरी है ऐसे कितने ही लोग भूखे रह गये, वाहनों के अभाव में कितने ही लोग कार्यालय नहीं जा पाये और काम न होने से राष्ट्र का कितना नुकसान हुआ, कितने ही बीमारों ने अस्पताल न पहुँच पाने या दवा न मिल पाने के कारण दम तोड़ दिया ....

7 comments:

Saleem Khan said...

सही कहा आपने !!!

वैसे सबसे पहले किस राजनैतिक पार्टी ने भारत बंद का आह्वाहन किया था !!!???

शिवम् मिश्रा said...

और यह लोग जनता के हितेषी है ??

राज भाटिय़ा said...

साले दोनो ही चोर है, ओर जनता को बेवकुफ़ बना रहे है, अच्छा हो दोनो पेरो के जुते उतार कर दोनो को एक एक मारो, क्या भरात बंद से आम जनता को लाभ होगा???? या आज तक कभी हुया है???

निर्मला कपिला said...

ये बन्द भी तब करते हैं जब नेता विपक्ष मे होते हैं। सत्ता मे आते ही सब कुछ सही दिखने लगता है चाहे कोई भी दल हो। ये बन्द तो उस गरीब के लिये है जिसके घर आज मजदूरी के पैसे न मिलने से चुल्हा नही जलेगा। आभार।

आचार्य उदय said...

सुन्दर लेखन।

नीरज मुसाफ़िर said...

अवधिया जी,
आप कृपया एक काम करें। भारत का पूरा नक्शा लगायें। इस नक्शे में जम्मू कश्मीर राज्य की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा गलत है।

प्रवीण पाण्डेय said...

बहुत ही गलत दिशा में जा रहा है लोकतन्त्र