Sunday, April 13, 2008

कम से कम सौजन्यता तो व्यक्त करें

किसी की रचना को यदि आपने बिना किसी पूर्वानुमति के अपने ब्लोग में प्रकाशित कर दिया तो मूल रचनाकार की क्या प्रतिक्रिया होगी यह तो इस पर निर्भर करता है कि मूल रचनाकार किस स्वभाव का व्यक्ति है। संयोग से इस बार मूल रचनाकार मैं ही हूँ और अपने स्वभाव के अनुसार मैं इसका बुरा नहीं मानूंगा किन्तु जरा सी सौजन्यता की अपेक्षा तो अवश्य ही रखूंगा अब यह बात और है कि सौजन्यता मिले या मिले। नीचे के स्क्रीनशाट्स देख कर समझ में जायेगा कि मैं यह क्यों लिख रहा हूं।




1 comment:

mehek said...

sahi kaha aapne soujan aur credit original likhane wale vyakti ko milna hi cahiya,just they should mention atleast from were they hv taken these writings,ek post blog par dalne mein kitani mehnat lagti hai,aur ye chor log aakar aaram se chori karke,chale jate hai,bhagwan sab dekhta hai,chori karna buri baat hoti hai:)