1. कुछ महीनो में 30 दिन होते हैं, कुछ में 31 दिन। कितने महीनों में 28 दिन होते हैं?
2. डॉक्टर ने आपको तीन गोलियाँ दीं जिन्हें प्रत्येक आधे घंटे के अन्तराल में खाना है। सारी गोलियों को खाने में कितने घंटे लगेंगे?
3. मैंने अपने अलार्म घड़ी में सुबह नौ बजे उठने के लिए नौ बजे का अलार्म लगाया और रात्रि आठ बजे सो गया। अलार्म सुनकर उठने तक मैं कितने घंटे सो चुका होउँगा?
4. 30 में आधा का भाग देकर दस जोड़ने पर कौन सी संख्या मिलेगी?
5. एक किसान के पास बीस भेड़े थीं जिनमें से नौ को छोड़ कर शेष मर गईं। बताइये अब किसान के पास कितनी भेड़े हैं?
9 comments:
हाँ जी बड़े आसान थे आपके सवाल
ये रहे क्रमवार जवाब
१. सभी १२ महीनो में २८ दिन होते ही हैं बाद में ३० और ३१ दिन आते हैं :)
२. अजी सारी गोलियों में ये थोड़े न है की एक एक कर के खाना है इसलिए एक साथ खाइए आधे घंटे ही लगेंगे |
३. अलार्म से उठने में पुरे एक घंटे बस पक्का अलार्म घडी में AM PM नहीं होते भाई |
४. ३० / १/२ + १० = 70
५. २० की २० ....दफ़नाने तक :)
लो जी, हमारे जवाब देने से पहले ही शुभम आर्य जी सही जवाब दे चुके. अब जवाब देने का क्या फायदा!
वैसे हमें भी उत्तर पता थे:)
शुभम आर्य जी ने तो बडे आसानी से सारे हल कर डाले .. आपको बताना है ये सही है या गलत ?
शुभम तो सब हल कर गये. :)
बधाई उन्हीं को!!
मुझे लगता था किसी भी कुप्रचारी ब्लागर को पागल करने में मुझे 3 हफते लगते हैं, आपकी आज की पोस्ट देख कर मैं याद करने की कोशिश कर रहा हूं कि तीन हफते होगये या अभी एक दो दिन बाकी हैं,
अजी सभी महिनो मे २८ दिन होते है, आप चाहते है कि हम किसी एक खास महीने का नाम ले, ना बाबा ना
तीन गोलिया खाने मै एक घंटा लगेगा, एक साल थोडे ना..
अरे बाबा आप ने आलर्म नॊ बजे का लगाया, अब हमे क्या पता आप कब उठे ? आठ बजे तो सोये,लेकिन जागे कब ??
३० मे आधे का भाग यानि ३०+१५= ४५ ओर फ़िर ४५+१०=५५
भाई जब थी तो थी, अब तो नही है ना तो उस के पास कुछ नही बची, वो तो बाकी को बेच कर शरब पी गय होगा ना.. यानि सब हजम
@ शुभम जी, वत्सजी, संगीता जी, समीर जी, राज जी
आप सभी को धन्यवाद!
वाकइ शुभम जी ने बड़ी तेजी दिखाई।
दूसरे प्रश्न का उत्तर है एक घंटा। पहली गोली खाने के आधे घंटे बाद दूसरी और एक घंटे बाद तीसरी। और पाँचवे प्रश्न का जवाब है नौ, अरे भाई नौ भेड़ों को छोड़ कर शेष मर गईं तो किसान के पास नौ ही तो बचीं ना?
@ Mohammed Umar Kairanvi
सूपा बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हजार छेद।
आपके दिमाग का घड़ा उलटा रखा हुआ है जनाब। उलटे घड़े में कितना पानी डालो, भीतर जाने वाला नहीं। किसी पागलों के डॉक्टर से इलाज करवा के अपने दिमाग के घड़े को सीधा करवा लें, नहीं तो उलटा रखे रखे ही एक दिन फूट जायेगा। वैसे इतना तो असर जरूर हुआ है कि अपने कुप्रचार वाले विज्ञापन तो कम से कम भूले।
हम तो आप लोगों के ब्लोग (बदनाम गली) में झाँकने और टिप्पणी करने नहीं जाते पर हमारा ब्लोग इतना प्रभावशाली है कि आपको जबरन खींच कर ले आता है।
इस बार तो मैंने आपकी टिप्पणी को को प्रकाशित कर दिया है पर इसके बाद से आपकी टिप्पणी आई तो प्रकाशित नहीं होने वाली। हम अपने ब्लोग में गंदगी नहीं झेलेंगे।
@ जी.के. अवधिया said...
aapne is baar bhi nahi chapne dene chahiye tha....
..khamkhwa ek do ke wajhah se sab se chir hone lagti hai....
aur haan wo goli wae sawal ka main correction karne hi wala tha ki aapne answer de diya.
oh no !!
:(
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