Friday, July 30, 2010

अपना हिन्दी ज्ञान परखिये

पिंटू, जो कि मेरे छोटे भाई के समान है, ने एक प्रतियोगी परीक्षा दी है और उसने मुझे अपना प्रश्नपत्र देते हुए कहा, "भैया इस प्रश्नपत्र के जितने भी सही उत्तर आप बता सकते हैं, मुझे बतायें ताकि मैं जान सकूँ कि मैंने कितने सवालों का सही हल किया है।"

प्रश्नपत्र में अधिकतर प्रश्न हिन्दी और सामान्य ज्ञान से सम्बन्धित देखकर मैंने सोचा कि इसमें से कुछ अच्छे प्रश्नों को अपने ब्लोग में पोस्ट कर दिया जाये ताकि मेरे पाठक लोग भी अपने ज्ञान को परख सकें।

तो प्रस्तुत हैं प्रश्नः

दिये गये वाक्यों में रेखांकित शब्दों के पर्याय (समानार्थक शब्द) के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प चुनियेः

1. स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना प्रगति के लिये आवश्यक होती है।

(क) जोड़-तोड़

(ख) दाँव-पेंच

(ग) प्रतिस्पर्धा

(घ) क्षिप्रता


2. वैचारिक संकीर्णता असहिष्णुता का प्रमुख कारण होती है।

(क) अस्थिरता

(ख) संकुचितता

(ग) अनियमितता

(घ) उदीयता

3. हरेक भारतीय से अपनी मातृभाषा के अतिरिक्त अन्य दो-तीन भाषाओं का कामकाजी ज्ञान रखने की अपेक्षा की जाती है।

(क) संचालनीय

(ख) व्यवहारिक

(ग) प्राथमिक

(घ) कार्यसाधक

निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्दों के विलोम के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प चुनियेः

4. प्राकृतिक चिकित्सा में कायिक उपचार एक महत्वपूर्ण अंग है।

(क) मानसिक

(ख) बौद्धिक

(ग) हार्दिक

(घ) दैहिक

5. अनावृष्टि से किसानों का भविष्य अधर में लटका है।

(क) अतिवृष्टि

(ख) अवृष्टि

(ग) न्यूनवृष्टि

(घ) असामयिकवृष्टि

6. शहरों के प्रदूषित वातावरण से दूर प्रकृति का आकर्षण सभी का मन लुभाता है।

(क) घृणा

(ख) जुगुप्सा

(ग) पलायन

(घ) विकर्षण

7. विश्व समुदाय में भारतीयों का अभ्युदय चतुर्दिक चर्चा का विषय बन गया है।

(क) अधःपतन

(ख) पूर्णोदय

(ग) पराजय

(घ) अंतोदय

निम्नलिखित लोकोक्तियों/मुहावरों के चार-चार वैकल्पिक अर्थ दिए गए हैं। सही अर्थ चुनियेः

8. ज्यों-ज्यों भीजे कामरी त्यों-त्यों भारी होय

(क) कामरी भीगने पर भारी हो जाती है।

(ख) जैसे-जैसे कामरी भीगती जाती है वह भारी होती जाती है।

(ग) कर्ज चुकाते रहना चाहिये नहीं तो वह चढ़ता जाता है।

(घ) कामरी को भीगने से बचाना चाहिए।

9. कौवा चला हंस की चाल।

(क) छोटों द्वारा बड़ों की नकल

(ख) छोटा मुँह बड़ी बात

(ग) अपनी झूठी प्रशंसा करना

(घ) मूर्ख द्वारा बुद्धिमानी का प्रदर्शन

10. नौ दिन चले अढ़ाई कोस।

(क) ऊँची चढ़ाई चढ़ना

(ख) बहुत सुस्ती से काम करना

(ग) चक्करदार रास्ते से जाना

(घ) गड़बड़ी से काम करना

11. घर में नहीं दाने बुढ़िया चली भुनाने।

(क) झूठा आडम्बर करना

(ख) अधिक दिखावा करना

(ग) डींग हाँकना

(घ) मुश्किल से गुजारा करना

12. काम का न काज का दुश्मन अनाज का।

(क) बेकार के काम करना

(ख) स्वार्थी होना

(ग) बेकार का आदमी

(घ) किसी उपयोग लायक न होना

निम्नलिखित वाक्यों में उपयुक्त शब्द द्वारा रिक्त स्थान की पूर्ति के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। सही विकल्प चुनियेः

13. भारतीय परंपरा में ............. को सौन्दर्य का प्रतीक माना गया है।

(क) यति

(ख) शची

(ग) रति

(घ) इन्द्राणी

14. सूर्य की ............. किरणें और भी अधिक पीड़ित कर रही थीं।

(क) संतप्त

(ख) तेजस्वी

(ग) प्रखर

(घ) दुष्कर

15. उसके हाथों ............. का खजाना लग गया।

(क) गन्धर्व

(ख) कुबेर

(ग) यक्ष

(घ) प्रजापति

16. बड़ों से बात करने का ............. तुम्हें सीखना चाहिए।

(क) शिष्टाचार

(ख) सदाचार

(ग) आचरण

(घ) हौसला

निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्दों के विलोम रूप के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प चुनिएः

17. सिदार्थ जितना संसार में अनुरक्त होने की चेष्टा करते, मन उतना ही ............. होता जाता था।

(क) सशक्त

(ख) विरक्त

(ग) अशक्त

(घ) कोमल

18. वे जितना तटस्थ होने की चेष्टा करते उतना ही ............. होने का आरोप उनके सिर मढ़ दिया जाता।

(क) पक्षपाती

(ख) क्रूर

(ग) निर्भय

(घ) संयमी

19. अदालत में वादी व ............. दोनों पक्षों के वकील उपस्थित थे।

(क) संवादी

(ख) विवादी

(ग) प्रतिवादी

(घ) विपक्षी

20. प्रेमचंद साहित्य में यथार्थ और ............. का अच्छा संतुलन है।

(क) स्वप्न

(ख) उड़ान

(ग) आदर्श

(घ) कल्पना

निम्नलिखित मुहावरों तथा लोकोक्तियों के अर्थ के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प चुनिएः

21. पल्ला छुड़ाना

(क) दल बदलना

(ख) अपना पक्ष बलवान होना

(ग) छुटकारा पाना

(घ) अधिक विपत्ति में पड़ना

22. कान खड़े होना

(क) गलत बात पर जल्दी विश्वास करना

(ख) चुगली करना

(ग) ऊब जाना

(घ) चौकन्ना होना

23. सिर उठाना

(क) विद्रोह करना

(ख) आदर देना

(ग) आधिपत्य जमाना

(घ) चुगली करना

24. उल्टी गंगा बहना

(क) लोक रीति के विरुद्ध काम करना

(ख) पवित्र कार्य में लगना

(ग) धार्मिक अनुष्ठान

(घ) पाप धोना

25. ऊधो का लेना न माधो का देना

(क) भक्तिभाव प्रबल होना

(ख) निर्लिप्त भाव से रहना

(ग) उधार पैसे लेकर आनन्द मनाना

(घ) निराहार रहना

निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्द की वर्तनी के लिये चार-चार विकल्प दिए गए हैं। उचित विकल्प चुनिएः

26. घायल व्यक्ति के शरीर से बहुत अधिक मात्रा में रक्तसार्व हो रहा था।

(क) रकतसार्व

(ख) रक्तस्राव

(ग) रक्तस्त्राव

(घ) रक्तसाव

27. पाण्डवों में केवल अभिमन्यु ही चर्कव्यूह का भेदन जानता था।

(क) चक्रव्यूह

(ख) चकृव्यूह

(ग) चक्रव्युह

(घ) च्रकव्यूह

28. "उसने कहा था" कहानी का शीषर्क अत्यन्त उपयुक्त है।

(क) शीर्षक

(ख) शीर्शक

(ग) शिर्षक

(घ) शीषर्क

29. "मृगनयनी" एक एतिहासिक उपन्यास है।

(क) ऐतीहासिक

(ख) ऐतिहासिक

(ग) ऐतिहासीक

(घ) एतीहासीक

30. बच्चे की आक्रति अपने पिता से मिलती है।

(क) आकर्ति

(ख) आकृति

(ग) आक्रर्ति

(घ) आकृती

प्रश्नों के सही उत्तर जानने के लिये क्लिक यहाँ करें - अपना हिन्दी ज्ञान परखिये : प्रश्नों के सही उत्तर

14 comments:

सुज्ञ said...

आपका यह प्रयोग भाषा समृद्धि में स्तूत्य योगदान है।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बढ़िया प्रयास है...आपने उत्तर दे ही दिए हैं ..इस लिए यहाँ लिखना बेमानी है....आभार

अन्तर सोहिल said...

बढिया प्रयोग है जी
तीन उत्तर गलत दिये जी मैंने
शायद आपको पढते-पढते सही हिन्दी सीख जाऊंगां।

प्रणाम

रंजन (Ranjan) said...

प्रतिस्पर्धा
संकुचितता
कार्यसाधक
-
अतिवृष्टि
विकर्षण
अधःपतन

जैसे-जैसे कामरी भीगती जाती है वह भारी होती जाती है।
मूर्ख द्वारा बुद्धिमानी का प्रदर्शन
बहुत सुस्ती से काम करना
मुश्किल से गुजारा करना
किसी उपयोग लायक न होना

रति
प्रखर
कुबेर
शिष्टाचार


विरक्त
पक्षपाती
प्रतिवादी
कल्पना

छुटकारा पाना
चौकन्ना होना
विद्रोह करना
लोक रीति के विरुद्ध काम करना
निर्लिप्त भाव से रहना


रक्तस्राव
चक्रव्यूह
शीर्षक
ऐतिहासिक
आकृति

कोपी चेक कर नंबर तो आप बताएं...

Unknown said...

@ रंजन

अपना कॉपी खुद चेक करें जी! और नंबर भी खुद ही ले लें! सही उत्तर का लिंक दे ही दिया गया है। :)

Satish Saxena said...

बेहतरीन मेहनत आपकी !
खैर ...
जब ऐसी बोरिंग पोस्ट लिखोगे तो ४ टिप्पणियाँ ही आयेंगी ! कुछ चटपटा सा शीर्षक इसी पोस्ट का दे दो भाई जी...कुछ प्रयोग करते रहिये शायद लोगो की आँखें खुलें

डॉ टी एस दराल said...

अवधिया जी , एक आध सवाल पूछते तो ज़वाब मिल जाता । अब दोबारा इम्तिहान में बैठने का ज़ज्बा कहाँ से लायें ।
वैसे बढ़िया प्रयास है । अत्यंत उपयोगी पोस्ट ।

प्रवीण पाण्डेय said...

आप तो पोल ही खोल देंगे हमारी।

ताऊ रामपुरिया said...

आपकी इस मेहनत के आगे नतमस्तक हूं. बहुत ही सराहनीय प्रयास है आपका, बहुत बहुत शुभकामनाएं.

रामराम.

Anonymous said...

जो पढालिखा व्यस्क व्यक्ति इन सवालों को हल न कर सके उसे मान लेना चाहिए की वह अंग्रेजी और हिंगलिश के चक्कर में अपनी मातृभाषा का भी नहीं रहा. और जब अपनी मातृभाषा ही ठीक से नहीं आती तो दूसरी भाषा खाक अच्छे से आएगी?

राज भाटिय़ा said...

हिन्दी मै फ़र्स्ट डविजन आने वाला भी फ़ेल हो गया जी, बस मात्रा की गल्तियां हुयी या सही दिखाई नही दिया, वेसे कुछ कुछ भुल भी गया था, धन्यवाद

दीपक 'मशाल' said...

मास्साब १४ नंबर वाले सवाल का जवाब गलत निकला.. फिर भी फेल नहीं हुआ ये गनीमत रही.. :)

गिरिजेश राव, Girijesh Rao said...

'संकुचितता' कोई शब्द नहीं।

Unknown said...

@ गिरिजेश राव

मैंने तो वही शब्द यहाँ दिया है जो कि उस प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्नपत्र मे दिया गया है। अस्तु, आपका कथन सही है कि संकुचितता कोई शब्द नहीं होता, शायद प्रश्नपत्र बनाने वाले ने यह सोचा हो कि जिस प्रकार से संकीर्ण शब्द में ता प्रत्यय लगा कर संकीर्णता बन जाता है उसी प्रकार से संकुचित में ता जोड़ कर संकुचितता बनता होगा। वास्तव में संकुचितता के स्थान पर संकोच होना चाहिए।

इस अशुद्धि की ओर ध्यान दिलाने के लिये धन्यवाद!