Thursday, May 6, 2010

यदि आप सफलता चाहते हैं तो आपको कष्टों को अपनाना ही होगा

  • यदि आप सफलता चाहते हैं तो आपको कष्टों को अपनाना ही होगा। स्मरण रखें कि प्रत्येक सफल व्यक्ति की एक कष्टमय कहानी होती है और प्रत्येक कष्टमय कहानी का एक सफल अंत होता है।
  • जीवन में सफलता पाने के लिये आशावादी बनना तथा चिंता को त्यागना अत्यावश्यक है। यदि आप सोचते हैं कि किसी समस्या को हल किया जा सकता है तो चिंता करने की क्या आवश्यकता है और यदि आप सोचते हैं कि किसी समस्या को हल नहीं किया जा सकता तो चिंता करने से फायदा ही क्या है?
  • यदि सफलता ही आपका उद्देश्य है तो कभी भी पीछे जा कर खराब शुरुवात को बदलने का प्रयास न करें बल्कि इसी क्षण से एक नई शुरुवात कर दें।
  • स्वयं की गलतियों को पहचानने वाला व्यक्ति अवश्य ही सफलता प्राप्त करता है। दूसरों की गलती निकालना बहुत सरल है किन्तु स्वयं की गलती को स्वीकार करना अत्यन्त मुश्किल काम है।
  • गलतियाँ ही अनुभव का आधार है। यद्यपि गलती कष्ट देती है किन्तु स्वयं के द्वारा की गई अनेकों गलतियों का संग्रह ही अनुभव है।
  • दूसरों की शिकायत करने वाला व्यक्ति हमेशा अशांत रहता है और कभी भी सफल नहीं हो पाता। सफलता और शांति पाने के लिये बेहतर है कि स्वयं को बदलें।
  • अश्रु कायर बहाते हैं। अतः साहसी बनें और किसी अवसर के खो जाने पर कभी भी आँसू न बहायें।
  • जीवन में परिवर्तन एक प्राकृतिक नियम है। अतः परिवर्तन को स्वीकारें। परिवर्तन को स्वीकारने पर अन्य सभी बातें अपने आप ही परिवर्तित हो जायेंगी।
  • दुःखी होने वाले व्यक्ति की जग हँसाई होती है और प्रत्येक परिस्थिति में प्रसन्न रहने वाले को प्रसंशा मिलती है। दूसरों को प्रसन्न रखने वाले को जीवन सलाम करती है।

12 comments:

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

जय हो गुरुदेव
सुबह सुबह नीति ज्ञान के लिए आभार

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

मै एक सलाह मुफ़्त में देना चाहता हुँ
कि आप इसी तरह मार्गदर्शन कर
सार्थक लेखन करते रहें,
जिससे हिंदी को आगे बढाने में सहायता मिलेगी।

आगे आपकी मर्जी।
सलाह मानना न मानना आपके उपर है
हमने तो दे डाली।

जय हो गुरुदेव

... said...

जय हो गुरुदेव

SANJEEV RANA said...

नीति ज्ञान के लिए आपका आभारी हूँ ठीक कहा अगर खुशी चाहते हो तो गमो के लिए हमेशा तैयार रहना होगा, क्योंकि गमो के बाद मिली खुशी का अपना ही मजा होता हैं.

EJAZ AHMAD IDREESI said...

सही लिख डाला आपने, वैसे स्वेट मोर्डेन की पुस्तकों में मैंने यह पढ़ा है

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

सौ फीसदी सहमत।

राज भाटिय़ा said...

बहुत सुंदर बाते जी धन्यवाद

honesty project democracy said...

मन को छूती पोस्ट

कडुवासच said...

...jay ho ... jay ho ... jay ho ...!!!

कडुवासच said...

... dhol baaje dhol ki damdam baaje dhol ...!!!

कडुवासच said...

... ho jaayegee balle balle ...!!!

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

मन को छूती पोस्ट......