लड़कों को लड़कियों से दोस्ती करनी हो तो उन्हें ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। टपोरी बनो, गंदी आदतें डालो, खराब व्यहार करो और लड़कियाँ आगे-पीछे घूमेंगी। वैज्ञानिकों ने अपने शोध के आधार पर बताया कि बुरे आचरण वाले लड़कों की ज्यादा लड़कियों से दोस्ती होती है। अध्ययन के दौरान उन्होंने पाया कि छली-कपटी, असंवेदनशील और घमंडी लड़कों के साथ लड़कियों की अच्छी पटती है।
जापान के क्योटो में मानवीय व्यवहार और सामाजिक क्रांति विषय को लेकर हुई बैठक में एक रिपोर्ट पेश की गई जिससे स्पष्ट होता है कि बुरी आदत-व्यवहार वाले व्यक्तियों के अंदर सेक्स की गुणवत्ता अधिक होती है। लॉस क्रूसेस के न्यू मेक्सिको सटेट यूनिव्हर्सिटी के अध्ययनकर्ता पीटर जेम्स ने कहा कि तथ्य का सत्यापन जेम्स बांड से होता है। वे बहुत ही बहिर्मुखी हैं और दूसरे का कत्ल भी आसानी से कर देते हैं लेकिन वे लड़कियों के बीच चर्चा का विषय हैं।
इलिनॉक्स प्रांत के ब्रेडले यूनिव्हर्सिटी की फैकल्टी डेविड स्मिट ने 57 देशों के 35,000 लोगों का सर्व्हे किया। उन्होंने पाया कि बुरी आदतों वाले पुरुषों का महिलाओं पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और उनकी थोड़े समय की दोस्ती हमेशा सफल रहती है। अध्ययन से प्राप्त परिणामों के आधार पर उन्होंने कहा कि खराब प्रवृति के व्यक्ति गलत ढंग से दूसरे की प्रियतमा के साथ संबंध जोड़ना चाहते हैं। जॉनसन ने अपनी टीम के साथ मिल कर 200 कालेजों के विद्यार्थियों का परीक्षण किया। उन्होंने देखा कि बुरे आचरण करने वाले लड़कों की सहेलियाँ अधिक थीं। और ऐसे लड़कों को थोड़े समय के लिये रिश्ता कायम करना काफी पसंद था। उनकी रिपोर्ट को न्यू साइंटिस्ट पत्रिका में प्रकाशित किया गया। हालाकि इस व्यक्तित्व और आदत का मेल सिर्फ लड़कों में ही होता है, बुरे आचरण वाली लड़कियाँ लड़कों से उतनी अधिक प्रभावित नहीं होतीं।
(नव-भारत रायपुर से साभार)
Saturday, June 21, 2008
Friday, June 20, 2008
हिममानव - वास्तविकता या कपोल कल्पना?
ब्रिटेन के डर्बीशायर इलाके की एक महिला ने यती का एक चित्र जारी किया है। यह चित्र उसने कथित तौर पर हिमालयवासियों के आँखों देखे विवरण के आधार पर बनाया है। यती यानी हिम मानव एक ऐसा जीव है जिसके बारे में ढेरों किंवदंतियाँ हैं और अब तक इसकी कोई तस्वीर नहीं है। वैज्ञानिक इस विवरण को दिलचस्पी के साथ देख रहे हैं जिसे इस महिला ने जारी किया है।
वेबदुनिया में इस समाचार को पढ़ कर विचार आया कि वास्तव में हिम मानव होते हैं या ये केवल कपोल कल्पना है? बचपन से ही रहस्यमय हिममानव के विषय में सुनते और पढ़ते आया हूँ। दिसम्बर 2007 में टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम “.डेस्टीनेशन ट्रुथ” में दावा किया गया था कि उन्होंने मंजू नदी के किनारे 2,850 मीटर की उंचाई पर येती के पदचिन्ह खोज निकाला है। उनका कहना था कि उन्हें येती (हिममानव) के तीन पद चिह्न मिले हैं।
येति नाम से जाने जाने वाले हिममानव को देखने का दावा सैकड़ों लोग करते हैं। दावा करने वालों के अनुसार हिममानव नौ फीट लंबा, भारी-भरकम (200 किलो के करीब वजन वाला) तथा घने बालों से युक्त प्राणी होता है जो मनुष्य की तरह दो पैरों पर चलता भी है। शेरपा के दो शब्दों "येह" और "तेह" से मिलकर "येति" शब्द बना है। येह का अर्थ है "चट्टान" और तेह का "जंतु", अर्थात् "येति" का अर्थ हुआ "चट्टान का जंतु"।
सन् 1832 में हिममानव के बारे में पहली बार विवरण मिलने के बाद से अब तक इस विषय में सैकड़ों कथा-कहानियाँ प्रचलन में आ चुकी हैं, कई रोचक फिल्में बन चुकी हैं और अनेकों पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं। किन्तु आज तक सही प्रकार से पता नहीं चल पाया है कि हिममानव वास्तविकता है या कपोल कल्पना?
वेबदुनिया में इस समाचार को पढ़ कर विचार आया कि वास्तव में हिम मानव होते हैं या ये केवल कपोल कल्पना है? बचपन से ही रहस्यमय हिममानव के विषय में सुनते और पढ़ते आया हूँ। दिसम्बर 2007 में टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम “.डेस्टीनेशन ट्रुथ” में दावा किया गया था कि उन्होंने मंजू नदी के किनारे 2,850 मीटर की उंचाई पर येती के पदचिन्ह खोज निकाला है। उनका कहना था कि उन्हें येती (हिममानव) के तीन पद चिह्न मिले हैं।
येति नाम से जाने जाने वाले हिममानव को देखने का दावा सैकड़ों लोग करते हैं। दावा करने वालों के अनुसार हिममानव नौ फीट लंबा, भारी-भरकम (200 किलो के करीब वजन वाला) तथा घने बालों से युक्त प्राणी होता है जो मनुष्य की तरह दो पैरों पर चलता भी है। शेरपा के दो शब्दों "येह" और "तेह" से मिलकर "येति" शब्द बना है। येह का अर्थ है "चट्टान" और तेह का "जंतु", अर्थात् "येति" का अर्थ हुआ "चट्टान का जंतु"।
सन् 1832 में हिममानव के बारे में पहली बार विवरण मिलने के बाद से अब तक इस विषय में सैकड़ों कथा-कहानियाँ प्रचलन में आ चुकी हैं, कई रोचक फिल्में बन चुकी हैं और अनेकों पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं। किन्तु आज तक सही प्रकार से पता नहीं चल पाया है कि हिममानव वास्तविकता है या कपोल कल्पना?
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