जब भारत की अनेक भाषाओं की बात चले तो उर्दू को भुला देना बहुत मुश्किल होता है। देखा जाए तो हिन्दी और उर्दू ऐसी दो ऐसी बहनें हैं जो एक-दूसरे के बिना रह ही नहीं सकतीं। रोजमर्रा की बोलचाल वाली हमारी हिन्दी में सैकड़ों ऐसे शब्दों का प्रयोग होता है जो कि उर्दू के हैं और हिन्दी ने उसे अपना लिया है - जैसे कि हम "विशेष रूप से" कहने के स्थान पर प्रायः "खास तौर पर" का इस्तेमाल (अब यहीं देखिए कि मैंने "प्रयोग" जैसे हिन्दी शब्द के स्थान पर "इस्तेमाल" जैसा उर्दू शब्द टाइप कर डाला) करते हैं। हमें कभी भी नहीं लगता कि "खास" (विशेष), "तौर" (रूप या प्रकार), "शख्स" (व्यक्ति) "सुबह" (प्रातः), "आरजू" (अभिलाषा), "रिश्ता" (सम्बन्ध) इत्यादि शब्द हिन्दी के न होकर उर्दू के हैं, उल्टे हमें ये सारे शब्द हिन्दी के ही लगते हैं। इसी प्रकार से उर्दू के विद्वान भी सैकड़ों हिन्दी शब्दों को अपनी उर्दू रचना में शामिल कर लेते हैं। बिना एक दूसरे के शब्दों को अपनाए हिन्दी और उर्दू में से किसी भी एक का काम चल ही नहीं सकता। हिन्दी के सुविख्यात साहित्यकार प्रेमचंद जी की रचनाओं में न केवल उर्दू शब्दों के भरमार मिलते हैं बल्कि उन्होंने अपनी कृतियों को उर्दू लिपि में ही लिखा था।
यह भी सही है कि आम लोगों के बीच हिन्दी के चलन में आने बहुत पहले ही से उर्दू का चलन था। यही कारण है कि हिन्दी के आरम्भिक दिनों की रचनाओं में उर्दू शब्दों की बहुतायत पाई जाती है। देवकीनन्दन खत्री जी, जिन्होंने अपने जमाने में हिन्दी को सबसे अधिक पाठक दिए, जानते थे कि उन दिनों उर्दू का चलन हिन्दी की अपेक्षा बहुत ज्यादा है इसीलिए उन्होंने अपने उपन्यास "चन्द्रकान्ता" के आरम्भ में ढेर सारे उर्दू शब्दों का प्रयोग किया और "चन्द्रकान्ता सन्तति" के अन्त तक पहुँचते-पहुँचते शनैः-शनैः उनका प्रयोग कम करते हुए हिन्दी के अधिक से अधिक शब्दों का प्रयोग किया है।
उर्दू वास्तव में तुर्की का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है "पराया" या "खानाबदोश"। हिन्दी की तरह ही उर्दू का जन्म भारत में हुआ है और यह भाषा कैसे बनी यह जानना भी बहुत रोचक है। मुगल शासनकाल में उनकी सैनिक छावनी में फारसी, अरबी, हिन्दी तथा हिन्दी की विभिन्न उपभाषाओं के जानने वाले सैनिक एक साथ रहा करते थे जिन्होंने आपस की बोलचाल के लिए एक नई भाषा विकसित कर ली जो कि उर्दू कहलाई। यही कारण है कि उर्दू को लोग अक्सर खेमे की या छावनी की भाषा कहा करते थे। अमीर खुसरो, मीर तक़ी मीर, मिर्जा ग़ालिब, फैज़ अहमद फैज़ जैसे विद्वानों को यह भाषा भा गई और उन्होंने इसका साहित्यिक रूप विकसित करना शुरू कर के इस एक प्रकार से कविता की भाषा बना दिया। ब्रिटिश शासन के आने पर इसने राज्य भाषा का दर्जा भी पा लिया। भारत-पाक विभाजन के समय भारत छोड़कर पाकिस्तान जाने वालों के साथ यह भाषा पाकिस्तान चली गई और वहाँ की मुख्य भाषा बन गई।
उर्दू भाषा की एक अलग प्रकार की अपनी मिठास है जो कि मुंशी प्रेमचंद, ख़्वाज़ा अहमद अब्बास, सआदत हसन मंटो, कृष्ण चन्दर, इस्मत चुग़ताई, बलवन्त सिंह जैसे अनेकों रचनाकारों को लुभाती रही। भारत में सवाक् सिनेमा के आने पर हिन्दुस्तानी भाषा अर्थात् उर्दू मिश्रित हिन्दी के रूप में यह फिल्मों में छा गई और आम जनता इससे अच्छी तरह से वाक़िफ़ होने लगी। आज भी भारत में उर्दू के कद्रदानों की संख्या बहुत अधिक है क्योंकि उर्दू खालिस तौर पर एक हिन्दुस्तानी ज़ुबान है।
Saturday, October 1, 2011
Thursday, September 29, 2011
लता मंगेषकर की 82वें जन्मदिन पर उनके द्वारा पचास से अस्सी दशक तक गाये सुमधुर गीतों की सूची
मेलोडियस फिल्मी गीतों की बात हो और लता मंगेषकर का नाम न आए ऐसा हो ही नहीं सकता। जी हाँ, वही लता मंगेषकर जिन्होंने कल अपना वाँ जन्म दिन मनाया है। हमारी शुभकामानाएँ हैं कि भारतीय फिल्म संगीत के क्षेत्र की स्वर कोकिला लता मंगेषकर जी दीर्घजीवी हों। लता मंगेषकर जी के कण्ठ-माधुर्य के विषय में कुछ बताना सूरज को दिया दिखाना ही है। यह उनकी मधुर कण्ठ स्वर का ही कमाल है कि पाकिस्तानी कहा करते थे कि भारत हमें लता मंगेषकर दे दे और कश्मीर ले ले।
तो प्रस्तुत है लता मंगेषकर के द्वारा पचास से अस्सी दशक तक गाये सुमधुर गीतों की सूची जिनमें उनके द्वारा गाये गए सोलो, डुएड और कोरस गीत सम्मिलित हैं।
फिल्मी गीतों की विस्तृत सूची के लिए देखें - सुमधुर संगीत
मेरा नया ब्लॉग - संक्षिप्त महाभारत
तो प्रस्तुत है लता मंगेषकर के द्वारा पचास से अस्सी दशक तक गाये सुमधुर गीतों की सूची जिनमें उनके द्वारा गाये गए सोलो, डुएड और कोरस गीत सम्मिलित हैं।
गीत के बोल | गायक/गायिका | संगीत निर्देशक | गीतकार | फिल्म | प्रदर्शन वर्ष | |
चले जाना नहीं नैन मिलाके | लता मंगेषकर | हुस्नलाल भगतराम | राजेन्द्र कृशन | बड़ी बहन | 1950 | |
छुप छुप खड़े हो | लता मंगेषकर, प्रेमलता | हुस्नलाल भगतराम | कमर जलालाबादी | बड़ी बहन | 1950 | |
गोरे गोरे ओ बाँके छोरे | लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | समाधि | 1950 | |
जो दिल में खुशी बन कर आये | लता मंगेषकर | हुस्नलाल भगतराम | राजेन्द्र कृशन | बड़ी बहन | 1950 | |
महफिल में जल उठी शमा | लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | प्यारेलाल संतोषी | निराला | 1950 | |
आ जाओ तड़पते हैं अरमां | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जायपुरी | आवारा | 1951 | |
बचपन के दिन भुला न देना | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | दीदार | 1951 | |
भोली सूरत दिल के खोटे | चीतलकर, लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अलबेला | 1951 | |
दम भर जो उधर मुँह फेरे | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | आवारा | 1951 | |
धीरे से आजा री अँखियन में | लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अलबेला | 1951 | |
इक बेवफा से प्यार किया | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जायपुरी | आवारा | 1951 | |
घर आया मेरा परदेसी | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | आवारा | 1951 | |
जबसे बलम घर आये | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जायपुरी | आवारा | 1951 | |
ले जा मेरी दुआयें ले जा | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | दीदार | 1951 | |
शाम ढले खिड़की तले | चीतलकर, लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अलबेला | 1951 | |
शोला जो भड़के दिल मेरा धड़के | चीतलकर, लता मंगेषकर | सी.रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अलबेला | 1951 | |
तेरे बिना आग ये चांदनी तू आ जा | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | आवारा | 1951 | |
ठंडी हवायें लहरा के आयें | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | नौजवान | 1951 | |
तुम न जाने किस जहाँ में | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | सजा | 1951 | |
ऐ मेरे दिल कहीं और चल | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | दाग | 1952 | |
बचपन के मुहब्बत को | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1952 | |
चांदनी रातें प्यार की बातें | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | जाल | 1952 | |
न मिलता गम तो बरबादी के | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | अमर | 1952 | |
ये रात ये चांदनी फिर कहाँ | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | जाल | 1952 | |
अकेली मत जइयो राधे जमुना के पार | मोहम्मद रफी, लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
बचपन के मुहब्बत को | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
झूले में पवन के आई बहार | मोहम्मद रफी, लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
किसी ने अपना बना के मुझको | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | पतिता | 1953 | |
मोहे भूल गये साँवरिया | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
मुहब्बत ऐसी धड़कन है | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | हसरत जयपुरी | अनारकली | 1953 | |
मेरे किस्मत के खरीदार अब तो आ जा | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | शैलेन्द्र | अनारकली | 1953 | |
आ जा री आ निंदिया तू आ | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | दो बीघा जमीन | 1953 | |
आ जा रे अब मेरा दिल पुकारा | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | आह | 1953 | |
बचपन के मुहब्बत को | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
दूर कोई गाये | लता मंगेषकर, मोहाम्मद रफी, शमशाद बेगम | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
दुआ कर गमे दिल खुदा से दुआ कर | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | शैलेन्द्र | अनारकली | 1953 | |
झूले में पवन के आई बहार | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफ़ी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
किसी ने अपना बना के मुझको | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | पतिता | 1953 | |
मिट्टी से खेलते हो बार बार किसलिये | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | पतिता | 1953 | |
मोहे भूल गये साँवरिया | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
मुहब्बत ऐसी धड़कन है | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | हसरत जयपुरी | अनारकली | 1953 | |
राजा की आयेगी बारात | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | आह | 1953 | |
तू गंगा की मौज मैं जमुना का धारा | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफ़ी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | बैजू बावरा | 1953 | |
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | पतिता | 1953 | |
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा गम | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | आह | 1953 | |
ये जिंदगी उसी की है जो किसी का हो गया | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अनाकली | 1953 | |
जिंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अनाकली | 1953 | |
आ नील गगन तले प्यार हम करें | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | बादशाह | 1954 | |
देखो वो चांद छुपके | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | एस.एच. बिहारी | शर्त | 1954 | |
दिल जले तो जले | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | टैक्सी ड्राइव्हर | 1954 | |
जादूगर सैंया छोड़ो मोरी बैंया | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
जायें तो जायें कहाँ | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | टैक्सी ड्राइव्हर | 1954 | |
मन डोले मेरा तन डोले | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
मेरा बदली में छुप गया चांद रे | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
मेरा दिल ये पुकारे आजा | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
ऊँची ऊँची दुनिया की दीवारें | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
सुन रसिया मन बसिया | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
सुन री सखी मोहे सजना बुलाये | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
तेरी याद में जल कर देख लिया | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | नागिन | 1954 | |
अपलम चपलम | लता मंगेषकर, उषा खन्ना | सी. रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | आजाद | 1955 | |
भुला नहीं देना | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | कुमार बाराबंकवी | बारादरी | 1955 | |
फैली हुई है सपनों की बाहें | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | हाउस नं. 44 | 1955 | |
इचक दाना बीचक दाना | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | श्री 420 | 1955 | |
जा री जा री ओ कारी बदरिया | लता मंगेषकर | सी. रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | आजाद | 1955 | |
जीवन के सफर में राही | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | साहिर लुधियानवी | मुनीमजी | 1955 | |
कितना हसीं है मौसम | चीतलकर, लता मंगेषकर | सी रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | आजाद | 1955 | |
मेरा सलाम ले जा | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | उड़न खटोला | 1955 | |
मोरे सैंया जी उतरेंगे पार | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | उड़न खटोला | 1955 | |
मुझपे इल्जामे बेवफाई है | लता मंगेषकर | सी रामचन्द्र | जां निसार अख्तर | यास्मीन | 1955 | |
राधा ना बोले ना बोले ना बोले रे | लता मंगेषकर | सी रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | आजाद | 1955 | |
ओ जाने वाले मुड़ के जरा | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | श्री 420 | 1955 | |
प्यार हुआ इकरार हुआ है | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | श्री 420 | 1955 | |
रमैया वस्ता वैया | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | श्री 420 | 1955 | |
सुनो छोटी सी गुड़िया की लम्बी कहानी | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | सीमा | 1955 | |
आ जा के इंतजार में | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | हलाकू | 1956 | |
आ जा सनम मधुर चांदनी में हम | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | चोरी चोरी | 1956 | |
दिल का न करना ऐतबार कोई | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | हलाकू | 1956 | |
गुजरा हुआ जमाना आता नहीं दुबारा | लता मंगेषकर | एस.एस. मोहिन्दर | तनवीर नक़वी | शीरी फरहाद | 1956 | |
उस पार साजन इस पार सारे | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | चोरी चोरी | 1956 | |
जा रे जा बालमवा | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | बसंत बहार | 1956 | |
जागो मोहन प्यारे | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलन्द्र | जागते रहो | 1956 | |
जहाँ मैं जाती हूँ वहीं चले आते हो | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | चोरी चोरी | 1956 | |
नैन मिले चैन कहाँ | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | बसंत बहार | 1956 | |
पंछी बनूँ उड़ती फिरूं मस्त गगन में | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | चोरी चोरी | 1956 | |
रसिक बलमा | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | चोरी चोरी | 1956 | |
ये रात भीगी भीगी | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | चोरी चोरी | 1956 | |
ये वादा करो चांद के सामने | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | राजहठ | 1956 | |
आ लौट के आजा मेरे मीत | लता मंगेषकर | एस एन त्रिपाठी | भरत व्यास | रानी रूपमती | 1957 | |
ऐ मालिक तेरे बंदे हम | लता मंगेषकर | वसंत देसाई | भरत व्यास | दो आँखें बारह हाथ | 1957 | |
बोल री कठपुतली डोरी | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | कठपुतली | 1957 | |
वृन्दावन का कृशन कन्हैया | लता मंगेषकर मोहम्मद रफी | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | मिस मेरी | 1957 | |
चांद फिर निकला | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | पेइंग गेस्ट | 1957 | |
छुप गया कोई रे दूर से पुकार के | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | चम्पाकली | 1957 | |
दुनिया में हम आये हैं तो | लता मंगेषकर, मीना मंगेषकर, उषा मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
घूंघट नहीं खोलूंगी सैंया तोरे आगे | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
होली आई रे कन्हाई | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी, शमशाद बेगम | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
जीवन की बीना का तार बोले | लता मंगेषकर | एस एन त्रिपाठी | भरत व्यास | रानी रूपमती | 1957 | |
झूमे रेऽऽ नीला अम्बर झूमे | लता मंगेषकर, तलत महमूद | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | एक गाँव की कहानी | 1957 | |
मतवाला जिया डोले पिया | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
मेरी वीणा तुम बिन रोये | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | देख कबीरा रोया | 1957 | |
नाच रे मयूर झनझना के घुंघरू | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | कठपुतली | 1957 | |
नगरी नगरी द्वारे द्वारे | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
ओ जानेवालों जाओ न घर अपना छोड़ के | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
ओ मेरे लाल आ जा | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मदर इंडिया | 1957 | |
ओ रात के मुसाफिर | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | मिस मेरी | 1957 | |
फिर वही शाम वही गम | तलत महमूद, लता मंगेषकर | सी रामचंद्र | राजेन्द्र कृशन | बारिश | 1957 | |
सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया | लता मंगेषकर | रवि | प्रेम धवन | एक साल | 1957 | |
तारों की जुबाँ पर है | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | सी रामचन्द्र | परवेज शम्सी | नौशेरवान-ए-आदिल | 1957 | |
तू प्यार करे या ठुकराये | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | देख कबीरा रोया | 1957 | |
ये मर्द बड़े दिल सर्द | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | राजेन्द्र कृशन | मिस मेरी | 1957 | |
जरा सामने तो आओ छलिये | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | एस एन त्रिपाठी | भरत व्यास | जनम जनम के फेरे | 1957 | |
आ जा रे परदेसी | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | मधुमती | 1958 | |
चाहे पास हो चाहे दूर हो | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | भरत व्यास | सम्राट चन्द्रगुप्त | 1958 | |
दिल का खिलौना हाये टूट गया | लता मंगेषकर | वसंत देसाई | भरत व्यास | गूंज उठी शहनाई | 1958 | |
दिल की दुनिया बसाके सँवरिया | लता मंगेषकर | सी रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अमरदीप | 1958 | |
दिल तड़प तड़प के कह रहा है | लता मंगेषकर, मुकेश | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | मधुमती | 1958 | |
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | मधुमती | 1958 | |
हम प्यार में जलने वालों को | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | जेलर | 1958 | |
जाना था हमसे दूर | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | अदालत | 1958 | |
जीवन में पिया तेरा साथ रहे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | वसंत देसाई | भरत व्यास | गूंज उठी शहनाई | 1958 | |
मस्ती भरा है समां | लता मंगेषकर, मन्ना डे | दत्ताराम | हसरत जयपुरी | परवरिश | 1958 | |
मेरे मन का बावरा पंछी | लता मंगेषकर | सी रामचन्द्र | राजेन्द्र कृशन | अमरदीप | 1958 | |
नींद ना मुझको आये | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | प्यारेलाल संतोषी | पोस्ट बाक्स 999 | 1958 | |
सारी सारी रात तेरी याद सताये | लता मंगेषकर | रोशन | फार्रुख कैसर | अजी बस शुक्रिया | 1958 | |
तेरे सुर और मेरे गीत | लता मंगेषकर | वसंत देसाई | भरत व्यास | गूंज उठी शहनाई | 1958 | |
उनको ये शिकायत है | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | अदालत | 1958 | |
यूँ हसरतों के दाग | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | अदालत | 1958 | |
बन के पंछी गाये प्यार का तराना | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | अनाड़ी | 1959 | |
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | छोटी बहन | 1959 | |
धीरे धीरे चल ऐ चांद गगन में | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | लव मेरेज | 1959 | |
दिल का खिलौना हाये टूट गया | लता मंगेषकर | वसंत देसाई | भरत व्यास | गूंज उठी शहनाई | 1959 | |
दिल की नजर से | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | अनाड़ी | 1959 | |
दुनियावालों से दूर | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | उजाला | 1959 | |
झूमता मौसम मस्त महीना | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | उजाला | 1959 | |
कहे झूम झूम रात ये सुहानी | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | लव मेरेज | 1959 | |
कोई रंगीला सपनों में आके | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | उजाला | 1959 | |
लागी छूटे ना अब तो सनम | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | चित्रगुप्त | मजरूह सुल्तानपुरी | काली टोपी लाल रूमाल | 1959 | |
मैं रंगीला प्यार का राही | लता मंगेषकर, सबीर सेन | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | छोटी बहन | 1959 | |
तेरा जाना दिल के अरमानों का लुट जाना | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | अनाड़ी | 1959 | |
तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ | लता मंगेषकर, महेन्द्र कपूर | एन दत्ता | साहिर लुधियानवी | धूल का फूल | 1959 | |
तुम्हें याद होगा कभी हम मिले थे | हेमन्त कुमार | कल्याणजी आनन्दजी | गुलशन बावरा | सट्टा बाजार | 1959 | |
वो चांद खिला | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | अनाड़ी | 1959 | |
आ अब लौट चलें | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | जिस देश में गंगा बहती है | 1960 | |
आँखों में रंग क्यों आया | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | एक फूल चार काँटे | 1960 | |
आहा रिमझिम के ये प्यारे प्यारे गीत लिये | लता मंगेषकर, तलत महमूद | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | उसने कहा था | 1960 | |
अजीब दास्तां है ये | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | दिल अपना और प्रीत पराई | 1960 | |
बदले बदले मेरे सरकार नजर आते हैं | लता मंगेषकर | रवि | शकील बदाँयूनी | चौदहवीं का चांद | 1960 | |
बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | एक फूल चार काँटे | 1960 | |
बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | जिस देश में गंगा बहती है | 1960 | |
बेकस पे करम कीजिये | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
दिल अपना और प्रीत पराई | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | दिल अपना और प्रीत पराई | 1960 | |
दो सितारों का जमीं पर है मिलन | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | कोहिनूर | 1960 | |
है आग हमारे सीने में | गीता दत्त, लता मंगेषकर, महेन्द्र कपूर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | जिस देश में गंगा बहती है | 1960 | |
जाने कैसे सपनों में खो गईं अँखियाँ | लता मंगेषकर | रवि शंकर | शैलेन्द्र | अनुराधा | 1960 | |
जारे बदरा बैरी जा | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | बहाना | 1960 | |
जब रात है ऐसी मतवाली | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
कैसे दिन बीत कैसी बीती रतियाँ | लता मंगेषकर | रवि शंकर | शैलेन्द्र | अनुराधा | 1960 | |
मचलती आरजू खड़ी बाहें पसारे | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | उसने कहा था | 1960 | |
मेरा दिल अब तेरा ओ साजना | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | दिल अपना और प्रीत पराई | 1960 | |
मेरी जान कुछ भी कीजिये | लता मंगेषकर, मुकेश | कल्याणजी आनन्दजी | कमर जलालाबादी | छलिया | 1960 | |
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
ओ बसंती पवन पागल | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | जिस देश में गंगा बहती है | 1960 | |
ओ सजना बरखा बहार आई | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | शैलेन्द्र | परख | 1960 | |
प्यार किया तो डरना क्या | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
तन रंग लो जी आज मन रंग लो | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | कोहिनूर | 1960 | |
तेरी महफिल में किस्मत आजामा कर हम भी देखेंगे | लता मंगेषकर, शमशाद बेगम | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | कमर जलालाबादी | छलिया | 1960 | |
ये दिल की लगी कम क्या होगी | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मुगल-ए-आजम | 1960 | |
ये वादा करें चांद के सामने | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | के एल परदेसी | दिल भी तेरा हम भी तेरे | 1960 | |
जिंदगी भर नहीं भूलेगी ओ बरसात की रात | लता मंगेषकर | रोशन | साहिर लुधियानवी | बरसात की रात | 1960 | |
अल्ला तेरो नाम ईश्वर तेरो नाम | लता मंगेषकर | जयदेव | साहिर लुधियानवी | हम दोनों | 1961 | |
बदली से निकला है चांद | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | संजोग | 1961 | |
भूली हुई यादें मुझे इतना ना सताओ | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | संजोग | 1961 | |
दिल मेरा एक आस का पंछी | लता मंगेषकर, सुबीर सेन | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | आस का पंछी | 1961 | |
दो हंसों का जोड़ा बिछड़ गयो रे | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | गंगा जमना | 1961 | |
इक मंजिल राही दो | लता मंगेषकर, मुकेश | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | संजोग | 1961 | |
घर आजा घिर आये बदरा साँवरिया | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | शैलेन्द्र | छोटे नवाब | 1961 | |
इतना ना मुझसे तू प्यार बढ़ा | लता मंगेषकर, तलत महमूद | सलिल चौधरी | राजेन्द्र कृशन | छाया | 1961 | |
जा रे, जा रे उड़ जा रे पंछी | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | मजरूह सुल्तानपुरी | माया | 1961 | |
जीत ही लेंगे बाजी हम तुम | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | खैयाम | कैफी आजमी | शोला और शबनम | 1961 | |
जिया हो जिया कुछ बोल दो | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | जब प्यार किसी से होता है | 1961 | |
ज्योति कलश छलके | लता मंगेषकर | सुधीर फड़के | पं. नरेन्द्र शर्मा | भाभी की चूड़ियाँ | 1961 | |
सौ साल पहले मुझे तुमसे प्यार था | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | जब प्यार किसी से होता है | 1961 | |
तस्वीर तेरी दिल में जिस दिन से उतारी है | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | सलिल चौधरी | मजरूह सुल्तानपुरी | माया | 1961 | |
वो भूली दास्तां लो फिर याद आ गई | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | संजोग | 1961 | |
आज छेड़ो मुब्बत की शहनाइयाँ | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | सन आफ इंडिया | 1962 | |
आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल हमें | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | अनपढ़ | 1962 | |
आपने याद दिलाया तो मुझे याद आया | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | रोशन | मजरूह सुल्तानपुरी | आरती | 1962 | |
आवाज दे के हमें तुम बुलाओ | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | प्रोफेसर | 1962 | |
बोल मेरी तकदीर में क्या है | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | हरियाली और रास्ता | 1962 | |
दिल तोड़ने वाले तुझे दिल ढूँढ रहा है | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | सन आफ इंडिया | 1962 | |
एहसान तेरा होगा मुझ पर | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | जंगली | 1962 | |
है इसी में प्यार की आबरू | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | अनपढ़ | 1962 | |
कभी तो मिलेगी कहीं तो मिलेगी | लता मंगेषकर | रोशन | मजरूह सुल्तानपुरी | आरती | 1962 | |
कहीं दीप जले कहीं दिल | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | कैफी आजमी | बीस साल बाद | 1962 | |
मैं चली मैं चली | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | प्रफेसर | 1962 | |
मैं तो तुम संग नैन मिला के | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | मनमौजी | 1962 | |
मुझे कितना प्यार है तुमसे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | दिल तेरा दीवाना | 1962 | |
तेरा मेरा प्यार अमर | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | असली नकली | 1962 | |
तुझे जीवन की डोर से बांध लिया है | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | असली नकली | 1962 | |
देखो रूठा ना करो | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | सचिन देव बर्मन | हसरत जयपुरी | तेरे घर के सामने | 1963 | |
एक घर बनाउँगा तेरे घर के सामने | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | सचिन देव बर्मन | हसरत जयपुरी | तेरे घर के सामने | 1963 | |
हम तेरे प्यार में सारा आलम खो बैठे | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | दिल एक मंदिर | 1963 | |
हँसता हुआ नूरानी चेहरा | कमल बारोट, लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | फारुख कैसर | पारसमणि | 1963 | |
जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | रोशन | साहिर लुधियानवी | ताजमहल | 1963 | |
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की कसम | लता मंगेषकर | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मेरे महबूब | 1963 | |
उइ माँ उइ माँ ये क्या हो गया | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | फारुख कैसर | पारसमणि | 1963 | |
पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | रोशन | साहिर लुधियानवी | ताजमहल | 1963 | |
पंख होती तो उड़ आती रे | लता मंगेषकर | रामलाल | हसरत जयपुरी | सेहरा | 1963 | |
रात भी है कुछ भीगी भीगी | लता मंगेषकर | जयदेव | साहिर लुधियानवी | मुझे जीने दो | 1963 | |
रुक जा रात ठहर जा रे चंदा | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | दिल एक मन्दिर | 1963 | |
तकदीर का फसाना | लता मंगेषकर | रामलाल | हसरत जयपुरी | सेहरा | 1963 | |
वो दिल कहाँ से लाउँ तेरी याद जो भुला दे | लता मंगेषकर | रवि | राजेन्द्र कृशन | भरोसा | 1963 | |
वो जब याद आये बहुत याद आये | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | फारुख कैसर | पारसमणि | 1963 | |
याद में तेरी जाग जाग के हम | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | मेरे महबूब | 1963 | |
अगर मुझसे मुहब्बत है | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | आप की परछाइयाँ | 1964 | |
इक शहंशाह ने बनवा के हसीं ताजमहल | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | नौशाद | शकील बदाँयूनी | लीडर | 1964 | |
हमने तुझको प्यार किया है जितना | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | इन्दीवर | दुल्हा दुल्हन | 1964 | |
हर दिल जो प्यार करेगा | लता मंगेषकर, महेन्द्र कपूर, मुकेश | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | संगम | 1964 | |
जय जय हे जगदम्बे माता | लता मंगेषकर | चित्रगुप्त | मजरूह सुल्तानपुरी | गंगा की लहरें | 1964 | |
झूम झूम ढलती रात | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | कैफी आजमी | कोहरा | 1964 | |
जो हमने दास्तां अपनी सुनाई | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | वह कौन थी | 1964 | |
मेरी आँखों से कोई नींद लिये जाता है | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | पूजा के फूल | 1964 | |
नगमा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ | लता मंगेषकर | मदन मोहन | साहिर लुधियानवी | गजल | 1964 | |
नैना बरसे रिमझिम रिमझिम | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | वह कौन थी | 1964 | |
ओ मेरे सनम ओ मेरे सनम | लता मंगेषकर, मुकेश | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | संगम | 1964 | |
आज फिर जीने की तमन्ना है | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | शैलेन्द्र | गाइड | 1965 | |
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | आरजू | 1965 | |
बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता है | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | आरजू | 1965 | |
दिल जो न कह सका | लता मंगेषकर | रोशन | साहिर लुधियानवी | भीगी रात | 1965 | |
गाता रहे मेरा दिल | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | शैलेन्द्र | गाइड | 1965 | |
गुमनाम है कोई | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | गुमनाम | 1965 | |
काँटों से खींच के ये आँचल | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | शैलेन्द्र | गाइड | 1965 | |
परदेसियों से ना अँखियाँ मिलाना | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | आनन्द बख्शी | जब जब फूल खिले | 1965 | |
तुम्हीं मेरे मन्दिर तुम्हीं मेरी पूजा | लता मंगेषकर | रवि | राजेन्द्र कृशन | खानदान | 1965 | |
ये समां समां है ये प्यार का | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | आनन्द बख्शी | जब जब फूल खिले | 1965 | |
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा | हेमन्त कुमार, लता मंगेषकर | रोशन | मजरूह सुल्तानपुरी | ममता | 1966 | |
दुनिया में ऐसा कहाँ सबका नसीब है | लता मंगेषकर | रोशन | आनन्द बख्शी | देवर | 1966 | |
नैनों में बदरा छाये | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | मेरा साया | 1966 | |
ओ मेरे शाहेखुबा | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | लव्ह इन टोक्यो | 1966 | |
रहें ना रहें हम | लता मंगेषकर | रोशन | मजरूह सुल्तानपुरी | ममता | 1966 | |
रहते थे कभी जिनके दिल में | लता मंगेषकर | रोशन | मजरूह सुल्तानपुरी | ममता | 1966 | |
तू जहाँ जहाँ चलेगा | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजा मेहंदी अली खां | मेरा साया | 1966 | |
दिल की गिरह खोल दो | लता मंगेषकर, मन्ना डे | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | रात और दिन | 1967 | |
दुनिया करे सवाल | लता मंगेषकर | रोशन | साहिर लुधियानवी | बहू बेगम | 1967 | |
हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के | लता मंगेषकर, मुकेश | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | आनन्द बख्शी | मिलन | 1967 | |
होठों पे ऐसी बात | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | ज्वेल थीफ | 1967 | |
कभी रात दिन हम दूर थे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | आनन्द बख्शी | आमने सामने | 1967 | |
रात और दिन दिया जले | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | शैलेन्द्र | रात और दिन | 1967 | |
सावन का महीना पवन करे सोर | लता मंगेषकर, मुकेश | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | आनन्द बख्शी | मिलन | 1967 | |
चन्दन सा बदन | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | इंदीवर | सरस्वतीचन्द्र | 1968 | |
हमने देखी है इन आँखों की महकती खुशबू | लता मंगेषकर | हेमन्त कुमार | गुलजार | खामोशी | 1968 | |
मैं तो भूल चली बाबुल का देश | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | इंदीवर | सरस्वतीचन्द्र | 1968 | |
ना तुम बेवफा हो ना हम बेवफा हैं | लता मंगेषकर | मदन मोहन | राजेन्द्र कृशन | एक कली मुसकाई | 1968 | |
फूल तुम्हें भेजा है खत में | लता मंगेषकर, मुकेश | कल्याणजी आनन्दजी | इंदीवर | सरस्वतीचन्द्र | 1968 | |
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | साहिर लुधियानवी | इज्जत | 1968 | |
गर तुम भुला ना दोगे | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | यकीन | 1969 | |
किसी राह में किसी मोड़ पर | लता मंगेषकर, मुकेश | कल्याणजी आनन्दजी | आनन्द बख्शी | मेरे हमसफर | 1969 | |
कोरा कागज था ये मन मेरा | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | आनन्द बख्शी | आराधना | 1969 | |
मेरा परदेसी ना आया | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | आनन्द बख्शी | मेरे हमसफर | 1969 | |
अच्छा तो हम चलते हैं | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | आन मिलो सजना | 1970 | |
बिंदिया चमकेगी चूड़ी खनकेगी | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | दो रास्ते | 1970 | |
हम थे जिनके सहारे | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | इन्दीवर | सफर | 1970 | |
झिलमिल सितारों का आँगन होगा | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | जीवन मृत्यु | 1970 | |
आजा तुझको पुकारे मेरे गीत रे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | आनंद बख्शी | गीत | 1970 | |
मिलो ना तुम तो हम घबरायें | लता मंगेषकर | मदन मोहन | कैफी आजमी | हीर रांझा | 1970 | |
ना कोई उमंग है | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनंद बख्शी | कटी पतंग | 1970 | |
रंगीला रे तेरे रंग में | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | नीरज | प्रेम पुजारी | 1970 | |
तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे | लता मंगेषकर | शंकर जयकिशन | हसरत जयपुरी | पगला कहीं का | 1970 | |
यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | इन्दीवर | सच्चा झूठा | 1970 | |
चलो दिलदार चलो | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | गुलाम मोहम्मद | कैफ भोपाली | पाकीजा | 1971 | |
चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया था | लता मंगेषकर | गुलाम मोहम्मद | कैफी आजमी | पाकीजा | 1971 | |
इन्हीं लोगों ने ले लीना दुपट्टा मेरा | लता मंगेषकर | गुलाम मोहम्मद | मजरूह सुल्तानपुरी | पाकीजा | 1971 | |
इस जमाने में इस मुहब्बत ने | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | महबूब की मेंहदी | 1971 | |
खिलते हैं गुल यहाँ | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | नीरज | शर्मीली | 1971 | |
मुझे तेरी मुहब्बत का साहारा मिल गया होता | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | आप आये बहार आई | 1971 | |
रैना बीति जाये | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनंद बख्शी | अमर प्रेम | 1971 | |
ढाढ़े रहियो ओ बाँके यार | लता मंगेषकर | गुलाम मोहम्मद | मजरूह सुल्तानपुरी | पाकीजा | 1971 | |
बीती ना बिताई रैना | लता मंगेषकर, भूपेन्द्र | राहुल देव बर्मन | गुलजार | परिचय | 1972 | |
एक प्यार का नगमा है | लता मंगेषकर, मुकेश | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | संतोष आनन्द | शोर | 1972 | |
गुम है किसी के प्यार में | किशोर कुमार,लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | रामपुर का लक्ष्मण | 1972 | |
पत्ता पत्ता बूटा बूटा | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | मजरूह सुल्तानपुरी | एक नजर | 1972 | |
अब तो है तुमसे हर खुशी अपनी | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | अभिमान | 1973 | |
अँखियों को रहने दे | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | बाबी | 1973 | |
बनाके क्यूं बिगाड़ा रे | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | गुलशन बावरा | जंजीर | 1973 | |
दीवाने हैं दीवानों को ना घर चाहिये | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | गुलशन बावरा | जंजीर | 1973 | |
हम तुम एक कमरे में बंद हों | लता मंगेषकर, शैलन्द्र सिंग | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | बाबी | 1973 | |
झूठ बोले कौवा काटे | लता मंगेषकर, शैलन्द्र सिंग | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | बाबी | 1973 | |
लूटे कोई मन का नगर | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | अभिमान | 1973 | |
ना मांगूँ सोना चांदी | लता मंगेषकर, शैलन्द्र सिंग | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | आनंद बख्शी | बाबी | 1973 | |
पिया बिना पिया बिना | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | अभिमान | 1973 | |
तेरा मेरा साथ रहे | लता मंगेषकर | रवीन्द्र जैन | रवीन्द्र जैन | सौदागर | 1973 | |
तेरे मेरे मिलन की ये रैना | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | अभिमान | 1973 | |
तेरी बिंदिया रे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | सचिन देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | अभिमान | 1973 | |
ये दिल और उनकी निगाहों के साये | लता मंगेषकर | जयदेव | पद्मा सचदेव | प्रेम पर्वत | 1973 | |
एक डाल पर तोता बोले | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | रवीन्द्र जैन | रवीन्द्र जैन | चोर मचाये शोर | 1974 | |
कहीं करती होगी वो मेरा इंतिजार | लता मंगेषकर, मुकेश | राहुल देव बर्मन | मजरूह सुल्तानपुरी | फिर कब मिलोगी | 1974 | |
करवटें बदलते रहे | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनंद बख्शी | आप की कसम | 1974 | |
रजनीगंधा फूल तुम्हारे | लता मंगेषकर | सलिल चौधरी | योगेश | रजनीगंधा | 1974 | |
वादा कर ले साजना | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | कल्याणजी आनन्दजी | गुलशन बावरा | हाथ की सफाई | 1974 | |
अब के सजन सावन में | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | आनंद बख्शी | चुपके चुपके | 1975 | |
भूल गया सब कुछ याद नहीं अब कुछ | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | राजेश रोशन | आनंद बख्शी | जूली | 1975 | |
चुपके चुपके चल री पुरवैया | लता मंगेषकर | सचिन देव बर्मन | आनंद बख्शी | चुपके चुपके | 1975 | |
मेरे नैना सावन भादों | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनंद बख्शी | महबूबा | 1976 | |
दिल तो है दिल | लता मंगेषकर | कल्याणजी आनन्दजी | प्रकाश मेहरा | मुकद्दर का सिकन्दर | 1978 | |
सत्यं शिवं सुन्दरम | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | नरेन्द्र शर्मा | सत्यं शिवं सुन्दरम | 1978 | |
यशोमति मैया से | लता मंगेषकर, मन्ना डे | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | नरेन्द्र शर्मा | सत्यं शिवं सुन्दरम | 1978 | |
शीशा हो या दिल हो | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | कैफी आजमी | आशा | 1980 | |
मुझे छू रही हैं तेरी गर्म साँसे | लता मंगेषकर, मोहम्मद रफी | राजेश रोशन | गुलजार | स्वयंवर | 1980 | |
हम बने तुम बने इक दूजे के लिये | लता मंगेषकर, एस पी बालसुब्रमणियम | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | आनन्द बख्शी | एक दूजे के लिये | 1981 | |
जिंदगी की ना टूटे लड़ी | लता मंगेषकर, नितिन मुकेश | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | सन्तोष आनन्द | क्रान्ति | 1981 | |
तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बन्धन अन्जाना | लता मंगेषकर, एस पी बालसुब्रमणियम | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | आनन्द बख्शी | एक दूजे के लिये | 1981 | |
देखो मैंने देखा है ये इक सपना | अमित कुमार, लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनन्द बख्शी | लव्ह स्टोरी | 1981 | |
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुये | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | शिव हरि | जावेद अख्तर | सिलसिला | 1981 | |
तुझ संग प्रीत लगाई सजना | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | राजेश रोशन | इन्दीवर | कामचोर | 1982 | |
दिखाई दिये यूँ | लता मंगेषकर | खय्याम | मीर तकी मीर | बाजार | 1982 | |
मेरी किस्मत में तू नहीं शायद | लता मंगेषकर, सुरेश वाडकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | सन्तोष आनन्द | प्रेम रोग | 1983 | |
ये गलियाँ ये चौबारा | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | सन्तोष आनन्द | प्रेम रोग | 1983 | |
ऐ दिले नादां | लता मंगेषकर | खय्याम | जां निसार अख्तर | रजिया सुल्तान | 1983 | |
मुहब्बत है क्या चीज हमको बताओ | लता मंगेषकर, सुरेश वाडकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | सन्तोष आनन्द | प्रेम रोग | 1983 | |
तुझसे नाराज नहीं जिंदगी | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | गुलजार | मासूम | 1983 | |
भँवरे ने खिलाया फूल | लता मंगेषकर, सुरेश वाडकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | सन्तोष आनन्द | प्रेम रोग | 1983 | |
जब हम जवां होंगे | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | आनन्द बख्शी | बेताब | 1983 | |
जिंदगी प्यार का गीत है | लता मंगेषकर | उषा खन्ना | सावन कुमार | सौतन | 1983 | |
हमें और जीने की चाहत ना होती | लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | गुलशन बावरा | अगर तुम ना होते | 1983 | |
सागर किनारे दिल ये पुकारे | किशोर कुमार, लता मंगेषकर | राहुल देव बर्मन | जावेद अख्तर | सागर | 1985 | |
दुश्मन ना करे दोस्त ने वो काम किया है | लता मंगेषकर | राजेश रोशन | इन्दीवर | आखिर क्यूँ | 1985 | |
तुमसे मिल कर ना जाने क्यूँ | लता मंगेषकर, शब्बीर कुमार | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | एस एच बिहारी | प्यार झुकता नहीं | 1985 | |
मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा | लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | आनन्द बख्शी | नगीना | 1986 | |
मन क्यूं बहका रे बहका आधी रात को | आशा भोंसले, लता मंगेषकर | लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल | वसन्त देव | उत्सव | 1986 | |
दिल दीवाना बिन सजना के माने ना | लता मंगेषकर | राम लक्ष्मण | असद भोपाली | मैने प्यार किया | 1989 | |
कबूतर जा जा जा | लता मंगेषकर, एस पी बालसुब्रमणियम | राम लक्ष्मण | असद भोपाली | मैने प्यार किया | 1989 | |
मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियाँ हैं | लता मंगेषकर | शिव हरि | आनन्द बख्शी | चांदनी | 1989 |
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मेरा नया ब्लॉग - संक्षिप्त महाभारत
Monday, September 26, 2011
क्वार की कड़कड़ाती धूप
भादों का महीना वर्षा ऋतु का अन्तिम माह होता है। वर्षा के समाप्त होते ही शीत के आरम्भ का ख्याल गुदगुदाने लगता है। किन्तु वास्तव में ऐसा नहीं है कि वर्षा की समाप्ति के साथ ही शीत की शुरुवात हो जाए। वर्षा ऋतु और शीत ऋतु के बीच क्वार का महीना एक संधिकाल होता है। क्वार माह में वर्षा बन्द हो जाती है और धूप फिर से एक बार कड़कड़ाने लगती है। इस संधिकाल में वर्षा ऋतु में हुई भरपूर वर्षा से भीगी धरा को जब भगवान भास्कर की प्रखर किरणे संतप्त करने लगती हैं तो आठों दिशाओं, पूर्व, ईशान, उत्तर, वायव्य, पश्चिम, नैऋत्य, दक्षिण और आग्नेय, में सम्पूर्ण वातावरण आर्द्रता से भर उठता है, ऊमस अपनी चरम सीमा को प्राप्त कर लेती है, ऊमस भरी गर्मी से शरीर चिपचिपाने लगता है। ग्रीष्म की गर्मी को सह लेना आसान है किन्तु क्वार माह की ऊमसयुक्त गर्मी को सहना अत्यन्त दुरूह।
यद्यपि भारत में छः ऋतुओं, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर का प्रावधान बनाया गया है किन्तु वास्तव में देखा जाए तो हमारे देश में केवल दो ऋतुएँ ही होती हैं - ग्रीष्म और शीत, वर्षा तो हमारे यहाँ ग्रीष्म के दौरान ही हो जाती है। फाल्गुन माह के उत्तरार्ध से लेकर क्वार (आश्विन) माह तक अर्थात् चैत्र (चैत), वैशाख (बैसाख), ज्येष्ठ (जेठ), आषाढ़, श्रावण (सावन), भाद्रपक्ष (भादों) और आश्विन (क्वार) महीनों में गर्मी ही तो पड़ती है। वर्षा ऋतु में वर्षा न होने पर स्पष्ट रूप से लगने लगता है कि यह ग्रीष्म ऋतु ही है।
आश्विन (क्वार) माह में पितृपक्ष तो पूर्णरूप से गर्मी का अहसास कराता है फिर नवरात्रि के दौरान शनैः-शनैः गर्मी कुछ कम होने लगती है तथा विजयादशमी (दशहरा) तक यह बहुत कम हो जाती है। यह गर्मी आश्विन (क्वार) माह की पूर्णिमा अर्थात् शरद् पूर्णिमा के दिन एक प्रकार से पूरी तरह से खत्म हो जाता है। यही कारण है कि शरद् पूर्णिमा को शीत का जन्मदिन कहा जाता है।
शरद् पूर्णिमा की रात्रि के अवसान होते ही कार्तिक माह का आरम्भ हो जाता है और फिर कार्तिक माह से लेकर फाल्गुन के पूर्वार्ध तक अर्थात् कार्तिक, मार्गशी (अगहन), पौष (पूस) और माघ महीनों में, शीत अपनी सुखद अनुभूति कराने लगती है। पूस माह में ठंड अपनी चरम सीमा में पहुँच जाती है शायद पूस की इस ठंड को ध्यान में रखते हुए प्रेमचंद जी ने "पूस की रात" कहानी लिखी होगी।
किन्तु यह तो मानना ही पड़ेगा कि भारत संसार भर में एक विशिष्ट देश है जहाँ पर एक नहीं, दो नहीं वरन् पूरी छः ऋतुएँ होती हैं।
यद्यपि भारत में छः ऋतुओं, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर का प्रावधान बनाया गया है किन्तु वास्तव में देखा जाए तो हमारे देश में केवल दो ऋतुएँ ही होती हैं - ग्रीष्म और शीत, वर्षा तो हमारे यहाँ ग्रीष्म के दौरान ही हो जाती है। फाल्गुन माह के उत्तरार्ध से लेकर क्वार (आश्विन) माह तक अर्थात् चैत्र (चैत), वैशाख (बैसाख), ज्येष्ठ (जेठ), आषाढ़, श्रावण (सावन), भाद्रपक्ष (भादों) और आश्विन (क्वार) महीनों में गर्मी ही तो पड़ती है। वर्षा ऋतु में वर्षा न होने पर स्पष्ट रूप से लगने लगता है कि यह ग्रीष्म ऋतु ही है।
आश्विन (क्वार) माह में पितृपक्ष तो पूर्णरूप से गर्मी का अहसास कराता है फिर नवरात्रि के दौरान शनैः-शनैः गर्मी कुछ कम होने लगती है तथा विजयादशमी (दशहरा) तक यह बहुत कम हो जाती है। यह गर्मी आश्विन (क्वार) माह की पूर्णिमा अर्थात् शरद् पूर्णिमा के दिन एक प्रकार से पूरी तरह से खत्म हो जाता है। यही कारण है कि शरद् पूर्णिमा को शीत का जन्मदिन कहा जाता है।
शरद् पूर्णिमा की रात्रि के अवसान होते ही कार्तिक माह का आरम्भ हो जाता है और फिर कार्तिक माह से लेकर फाल्गुन के पूर्वार्ध तक अर्थात् कार्तिक, मार्गशी (अगहन), पौष (पूस) और माघ महीनों में, शीत अपनी सुखद अनुभूति कराने लगती है। पूस माह में ठंड अपनी चरम सीमा में पहुँच जाती है शायद पूस की इस ठंड को ध्यान में रखते हुए प्रेमचंद जी ने "पूस की रात" कहानी लिखी होगी।
किन्तु यह तो मानना ही पड़ेगा कि भारत संसार भर में एक विशिष्ट देश है जहाँ पर एक नहीं, दो नहीं वरन् पूरी छः ऋतुएँ होती हैं।
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