प्रायः हिन्दू त्यौहार चन्द्र आधारित पंचाग के हिसाब से मनाये जाते हैं और इसी कारण से हर साल उनके मनाने की अंग्रेजी तारीख बदल जाती है। किन्तु मकर संक्रांति (Makar Sankranti) एकमात्र ऐसा हिन्दू त्यौहार है जिसे सूर्य आधारित पंचांग के हिसाब से मनाया जाता है। यही कारण है कि मकर संक्रांति को प्रतिवर्ष 15 जनवरी के दिन ही मनाया जाता है। मकर संक्रांति को हिन्दू धर्म में अत्यन्त पुनीत त्यौहार माना गया है क्योंकि इसी दिन सूर्यदेव मकर रेखा को स्पर्श करके अपनी दिशा बदलते हैं।
इस पवित्र त्यौहार को सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है, यद्यपि भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में इस त्यौहार का नाम भी अलग-अलग होता है, यथा मकर संक्रांति, पोंगल, लोहड़ी, उत्तरायण आदि।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन तिल और गुड़ का बहुत अधिक महत्व होता है। प्रायः घरों में तिल और गुड़ के व्यञ्जन बनाये जाते हैं। शायद इसका कारण यही हो सकता है कि मकर संक्रांति का त्यौहार शीतकाल में पड़ता है और तिल तथा गुड़ शरीर को उष्णता प्रदान करते हैं।