Saturday, March 27, 2010

कुत्ते का भी अपना एक दिन आता है

अंग्रेजी कहावत है कि Every dog has its day याने कि "कुत्ते का भी अपना एक दिन आता है"। इसी को हिन्दी मुहावरे के रूप में कहते हैं - "घूरे के भी दिन बदलते हैं"। कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो इसी बात को ध्यान में रख सोचने लगते हैं कि क्या हुआ जो कल तक हमें किसी ने नहीं पूछा, पर आज अब अपना दिन आ गया है और फिर बड़ी बड़ी बातें करके लोगों पर अपनी विद्वता का रोब झाड़ना शुरु कर देते हैं।

किन्तु इनका ज्ञान बाँटना Empty vessels make most noise/sound याने कि "खाली बर्तन अधिक आवाज करते हैं", जिसे "अधजल गगरी छलकत जाय" भी कहा जाता है, जैसा ही होता है क्योंकि इनके पास अपनी बुद्धि न होकर सिर्फ सिखाई गई बुद्धि ही होती है। छत्तीसगढ़ी में मुहावरा है "सिखोवन बुद्धि उपजारन माया" अर्थात् सिखाई गई बुद्धि और उपजाई गई माया काम नहीं करती। किन्तु ये अपने आदत से मजबूर होते हैं और लोगों को मूर्ख बनाने के अपने प्रयास में लगे ही रहते हैं।

लोग भी जानते हैं कि Fool me once, shame on you. Fool me twice, shame on me याने कि "यदि तुमने मुझे एक बार मूर्ख बनाया तो यह तुम्हारे लिये लज्जाजनक है किन्तु तुमने मुझे दो बार मूर्ख बनाया तो वह मेरे लिये लज्जाजनक है" और वे तैश में आकर उन्हें लात मारने पर उतारू हो जाते हैं। वैसे Even a dog can distinguish between being stumbled over and being kicked याने कि "ठोकर लगने और लात खाने में क्या अन्तर है यह एक कुत्ता भी जानता है" पर ये लोग इस अन्तर को समझ कर भी नहीं समझते और पूरी तल्लीनता के साथ लगे ही रहते हैं अपने काम में। धन्य हैं ऐसे लोग!

7 comments:

Anil Pusadkar said...

थोथा चना बाजे घना, भी सुना था अवधिया जी।

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत सुंदर मुहावरे उपयोग मे लेकर एक सटीक पोस्ट लिखी है आपने. मुहावरा ज्ञान बढ रहा है. बहुत शुभकामनाएं.

रामराम.

-ताऊ मदारी एंड कंपनी

राज भाटिय़ा said...

सो दिन चोर के एक दिन साध का, भी तो होता है ना जी

सूर्यकान्त गुप्ता said...

काय होगे अवधिया जी
कुकुर पुरान असन लगत हे
कोने भाई अपन ला जौन डेढ़ हुशियार
समझे लागिस? हा हा हा

राजकुमार सोनी said...

अवधिया जी,
कुत्ते वाली रचना पढ़कर दिल बाग-बाग हो गया। क्या यही वही कुत्ता है जिसने कल हमारे एक मित्र को स्नेह करने की हिमाकत की थी। अरे भाईसाहब वही जिसके बाल थोड़े बड़े-बड़े है और जो आज सुबह मेरे पास भी यह जानने के लिए चला आया था कुछ कमाल दिखा दूं लेकिन आपकी फटकार के बाद वह दुम को चिपकाकर खड़ा हो गया। बहरहाल अंग्रेजी के मुहावरों वाला अपना यह उपक्रम आप जारी रखें यह भी आपका एक अनोखा काम होगा।

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

अवधिया जी, लगता है कि आपने जरूर मुहावरों पर कोई पीएचडी की हुई है...आपकी मुहावरेदार पोस्ट पढ पढ के इतना असर हुआ कि अब तो हम भी बोलचाल में इन मुहावरों का प्रयोग करने लगे हैं :-)

निर्झर'नीर said...

acchi baat kahi aapne