Monday, April 25, 2011

एक मजेदार प्रश्न! क्या जवाब है आपके पास इस सवाल का?

कल्पना कीजिए कि आँधी, तूफान और बारिश वाली एक रात में आप अपने टू सीटर कार में जा रहे हैं। रास्ते में एक बस स्टॉप मिलता है जहाँ पर तीन लोग बस के लिए इन्तजार कर रहे हैं जिनमें -

1.  एक अति बीमार वृद्ध महिला है जिसे तत्काल अस्पताल पहुँचाने की आवश्यकता है अन्यथा वह मर सकती है।

2.  आपका एक बहुत पुराना मित्र है जिसने एक बार आपकी जान बचाई थी।

3. एक ऐसा व्यक्ति (यदि आप पुरुष हैं तो वह महिला और यदि आप महिला हैं तो वह पुरुष) है जिस पर आप मर मिटे हैं और उसे आप दिलोजान से प्यार करते हैं।

(चूँकि आपकी कार टू सीटर है, आप उनमें से किसी एक को ही अपने साथ ले जा सकते हैं।)

इस अवस्था मे आप -

आप किसी की जान बचा सकते हैं!

या किसी का एहसान चुका सकते हैं!

या अपने प्राणाधिक प्यारे व्यक्ति का साथ पा सकते हैं!

ऐसी अवस्था में आप क्या करेंगे?

उपरोक्त प्रश्न का उत्तर अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग दे सकते हैं और उनके उत्तर से उनके व्यक्तित्व, सोच-विचार के सम्बन्ध में अनुमान लगाया जा सकता है।

तो ईमानदारी के साथ बताइए कि ऐसी अवस्था में आप क्या करेंगे?

सोचिए और जवाब दीजिए!

अपना जवाब दे लेने के बाद नीचे स्क्रोल करके उस जवाब पर भी एक नजर डाल लीजिए जो हमें सर्वथा उपयुक्त लगता है, लेकिन उस जवाब को तभी देखिए जब आप अपना जवाब दे लें। बहुत ही प्रसन्नता की बात होगी यदि आपका जवाब नीचे दिए गए हमारे हिसाब से सबसे उपयुक्त जवाब से मेल खा जाए!


हमारे हिसाब से सबसे उपयुक्त जवाब -

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मैं अपनी कार अपने पुराने मित्र के हवाले करके वृद्धा को अस्पताल ले जाने के लिए कहूँगा और स्वयं वहाँ पर अपने प्रिय के साथ बैठकर बस का इन्तजार करूँगा!

12 comments:

अजित गुप्ता का कोना said...

भारत में तो अभी टू-सीटर कार का प्रचलन नहीं है,और यदि है भी तो ऐसे में आप अपना मोबाइल निकालिए और 108 पर फोन कीजिए, मदद मिल जाएगी।

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

अगर वर्तमान समय का सवाल है तो अजीत गुप्ता जी से सहमत।

अगर प्रुराने जमाने का सवाल है तो जिस पर हम मर मिटे हैं और जिसे दिलोजान से प्यार करते हैं, उसे ही साथ ले जाना चाहेगें। क्या भरोसा कब बदल जाए मौसम की तरह। डोकरी को तो दोस्त किसी भी हालत में अस्पताल पहुंचा देगा क्योंकि उसे तो प्राण रक्षा करने की आदत है। :)

Rahul Singh said...

पहले पढ़ा हुआ, लेकिन फिर से पढ़ना भाया.

अजित गुप्ता का कोना said...

ललित जी का जवाब इतना मजेदार था कि दोबारा टिप्‍पणी करे बिना नही रहा गया। दोस्‍त को तो प्राण रक्षा की आदत है, बड़ा मजेदार है।

प्रवीण पाण्डेय said...

संभवतः आपका ही उत्तर मेरा भी होगा।

डॉ टी एस दराल said...

क्या बात है ? दोस्त को तो भेज दिया बुढ़िया के साथ और खुद गुलछर्रे उड़ा रहे हैं प्रियतमा के साथ । :)

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

lalit sharma ji theek kah rahe hain..

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

चलिए बाकि तो सब ठीक है अपने-अपने मुताबिक सबके जवाब होंगें। पर मेरे को यह बताने की कृपा करेंगें कि ऐसे मौसम में वह भली औरत वहां अकेले आई या कोई उसे छोड़ कर 9x2=11 हो गया?

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

ललित जी, सोच लो गाड़ी की बगल की सीट पर यदि *** बैठीं हो तो ?

राज भाटिय़ा said...

अजी हम नीचे उतर कर अपनी जान के पास जायेगे, दोस्त को वोलेगे भाई इस बुड्डॆ को मेडिकल पहुचा दो, ओर हमारे लिये एक टेकसी भेज देना, तब तक हम ओर हमारी जान खुब बाते करेगे:)

उन्मुक्त said...

इस पहेली कुछ अन्य जवाब आप यहां देख सकते हैं, जहां चार पहले मैंने इस पहेली को बूझा था।

Sushil Bakliwal said...

हमारे योगदान से किसी की जान बच जावे व्यवहारिक रुप से ये सर्वथा उपयुक्त है किन्तु इसका तरीका आप वाला ही बेहतर लगा ।

होनहार

सार्वजनिक जीवन में अनुकरणीय कार्यप्रणाली