Thursday, March 26, 2009

थोड़ा बहुत तो हिन्दी ब्लोग से अभी भी कमाया जा सकता है

जी हाँ, यदि आप चाहें तो अभी भी अपने हिन्दी ब्लोग से कुछ कमाई कर सकते हैं। डीजीएमप्रो.कॉम आपको ऐसे एफिलियेट प्रोग्राम्स प्रदान करता है जो कि सिर्फ भारत के लिये ही हैं। यह साइट हिन्दी वेबसाइट्स और ब्लोग्स को भी स्वीकार करती है और कमीशन की रकम का भुगतान भारतीय रुपयों में सिटी बैंक के चेक के माध्यम से करती है। देखें मेरे पिछले भुगतान का चेकः

तो इस साइट में जाकर आप मुफ्त रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और वहाँ उपलब्ध किसी भी एफिलियेट प्रोग्राम को प्रमोट करने के लिये आवेदन कर सकते हैं। आपका आवेदन मंजूर हो जाने के बाद आप अपने हिन्दी ब्लोग के द्वारा अपने एफिलियेट उत्पाद को प्रमोट करके थोड़ा बहुत कमाई कर सकते हैं जैसे कि इस माह में अब तक मेरा वहाँ पर कमीशन रु.1620 बना हैः
वर्तमान में वहाँ पर निम्न एफिलियेट प्रोग्राम्स उपलब्ध हैं:



अलग अलग एफिलियेट प्रोग्राम्स में अलग अलग कमीशन रेट हैं जैसे कि यदि कोई आपके ब्लोग के बैनर को क्लिक कर के किसी ट्रैव्हल साइट यात्रा.कॉम, मेकमायट्रिप.कॉम, क्लियरट्रिप.कॉम आदि में पहुँचता है और फ्लाइट बुकिंग करता है तो आपको रु.85.00 से रु.130.00 तक का कमीशन मिल सकता है।

प्रमोट कैसे करें

सबसे सरल तरीका है एफिलियेट बैनर्स अपने ब्लोग में लगाना। पर अधिक प्रभावशाली तरीका है जिस कंपनी को आप प्रमोट कर रहे हैं उसके उत्पाद के विषय में विस्तारपूर्वक समझाते हुये तथा उनके गुण दोषों को बताते हुये एक लेख लिख कर अपने ब्लोग में प्रकाशित करना। उदाहरण के लिये नीचे का पैराग्राफ देखें:
अब वे दिन लद गये जबकि रेल्वे आरक्षण के लिये घंटों लाइन लगाये रहना पड़ता था। आज आप अपने घर में अपने कम्प्यूटर के सामने बैठ कर आनलाइन रेल्वे टिकिट बुकिंग कर सकते हैं। पहले रेल्वे टिकिट बुकिंग केवल आईआरसीटीसी इंडियन रेल्वे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन, जो कि सरकारी साइट है, से ही हुआ करता था किन्तु अब यह कार्य क्लीयरटरिप, जो कि एक निजी ट्रैव्हल एजेंसी है और प्लेन टिकट बुकिंग, होटल बुकिंग, यात्रा वाहन बुकिंग का कार्य करती है, के साइट से भी कराया जा सकता है। जाहिर है कि प्रतिस्पर्धा हो जाने के कारण से अब सामान्य लोगों को और भी अधिक अच्छी सेवाएँ मिलेंगी।
पूरा लेख यहाँ देखें - भारत में रेल्वे रिजर्व्हेशन

अधिक कमीशन कैसे बनायें

देखा यह गया है कि किसी वेबसाइट या ब्लोग में आने वालों में से २५% लोग ही विज्ञापन को क्लिक करते हैं और उनमें से केवल एक प्रतिशत लोग खरीदी करते हैं। मतलब यह हुआ कि एक उत्पाद बेचने के लिये विज्ञापनों पर 100 क्लिक होना चाहिये और 100 क्लिक के लिये कम से कम 400 लोग आपके ब्लोग में आने चाहिये। तो आखिर यह कैसे हो? परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह हो सकता है। जी हाँ आपके ब्लोग में 400 लोग और उससे भी कई गुना अधिक लोग आ सकते हैं पर इसके लिये आपको कुछ मेहनत करनी होगी। एक बार आपको बहुत अधिक समय देना होगा और बाद में अपने प्रत्येक पोस्ट के बाद थोड़ा सा अतिरिक्त समय देना होगा।

एक बार अधिक समय खाने वाला काम है नीचे दिये गये सोशल बुकमार्किंग साइट्स की लिस्ट में से अधिक से अधिक साइट का मुफ्त सदस्य बनना

Propeller.com
Slashdot.org
Digg.com
Technorati.com
Del.icio.us
Stumbleupon.com
Twitter.com
Reddit.com
Tagza.com
Fark.com
Newsvine.com
Furl.net
swik.net
Connotea.org
Links Marker
Sphinn.com
Blinklist.com
Faves.com
Spurl.net
Netvouz.com
Diigo.com
Backflip.com
Bibsonomy.org
Folkd.com
Linkagogo.com
Indianpad.com
Plugim.com
Myjeeves.ask.com
Jumptags.com
Wirefan.com
Ka-Boom-It.com

प्रत्येक पोस्ट के बाद क्या करना होगा

सबसे पहले सोशलमार्कर.कॉम का मुफ्त सदस्य बनें और वहाँ पर उपलब्ध बटन को ड्रैग करके अपने ब्राउसर के बुकमार्क टूलबार में डाल दें। अब जब भी कोई पोस्ट करें तो उसके बाद उस पोस्ट को अपने ब्राउसर में खोलें और टूलबार में सोशलमार्कर वाले बटन को क्लिक कर दें। क्लिक करने पर सोशलमार्कर साइट एक नये ब्राउसर में खुलेगा जिसके सीधे हाथ के ऊपरी कोने में आपके पोस्ट का विवरण स्वतः ही आ जायेगा।
आप विवरण को अंग्रेजी में बदल दें।
अब आप विवरण के ऊपर सबमिट मेनू को क्लिक कर दें। सोशल मार्कर स्वतः ही आपके पोस्ट को सभी बुकमार्किंग साइट्स में बुकमार्क करता चला जायेगा।

कुछ दिनों तक ऐसा करने के बाद आप स्वयं देखेंगे कि एक ही महीने के भीतर आपके ब्लोग के पाठकों की संख्या कई गुना ज्यादा बढ़ गई है।

तो मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोग इस प्रयोग को कर के अवश्य देखेंगे।


पुनश्चः ज्ञानदत्त जी की शंका का समाधान अपनी टिप्पणी में कर चुका हूँ जो इस प्रकार हैः

इन विज्ञापनों से एडसेंस के किसी नियम का उल्लंघन नहीं होता। आप इन्हें बेझिझक एडसेंस के साथ प्रकाशित कर सकते हैं।

17 comments:

L.Goswami said...

काफी लम्बा प्रोसेस है पर देखूंगी कर के वक्त मिलते ही.जानकारी का धन्यवाद.

दीपक कुमार भानरे said...

बहुत ही सारगर्भित और अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यवाद .

naresh singh said...

इच्छा तो करती है लेकिन आशा नही है कि कमा पायेंगे । जानकारी बहुत अच्छी लगी । हिन्दी ब्लोग पर इसे गुप्त रखा जाता है । इसका ज्ञान तो बहुत से लोगो को है जो कमा भी रहे है लेकिन दूसरों के साथ शेयर करना नही चाहते है । आपका धन्यवाद ।

Unknown said...

कभी समय होने पर किस तरह से कुछ कमायी हो ।इस जानकारी का प्रयोग किया जाना चाहिए । देखते है

ghughutibasuti said...

आपने बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है। कम्प्यूटर व नेट पर कुछ नया करने का एक भय, फोबिया सा है। इसी के चलते आज तक यहाँ कुछ नया प्रयोग नहीं कर पाई। आपके लेख से प्रेरणा मिल रही है। देखूँ कुछ कर पाती हूँ क्या?
घुघूती बासूती

आनंद said...

बहुत बहुत मुबारकबाद, पहले तो अटकलें ही लगती थीं, कोई पक्‍की बात नहीं बताता था। अब आपके जरिए पुष्टि हो गई। आपकी पोस्‍ट से अब हमें भी प्रेरणा मिलेगी
। हमारी दुआ है कि दिनों दिन ऐसे ही, और इससे भी अधिक पैसे के चेक आपको आएँ।

- आनंद

Gyan Dutt Pandey said...

काम की बात बताई अवधिया जी। एडसेंस का फाइन प्रिण्ट ध्यान से नहीं पढ़ा। कहीं इन साइट्स का विज्ञापन उसके साथ करार का उल्लंघन तो नहीं?

Unknown said...

आपको बहुत शुभकामनायें और आभार, नरेश जी की बात से सहमत हूँ कि ऐसे उपाय कई लोग अपना रहे हैं, लेकिन बताते किसी को नहीं हैं… हमने एक-दो जगह कोशिश की थी ठगा-लुटा गये फ़िर उधर झाँकते भी नहीं, लेकिन अब आपकी पोस्ट पढ़कर फ़िर से हिम्मत बनने लगी है… वैसे एक बात बताना चाहूँगा कि दो साल से ऊपर हो गये ब्लॉग लिखते 300 से ऊपर बड़ी-बड़ी पोस्ट लिख मारी, एक पैसे की कमाई नहीं हुई आज तक, उलटा दो-चार लेख "भाई" लोग फ़ोकट में उठा ले गये ब्लॉग से… :(

Unknown said...

इन विज्ञापनों से एडसेंस के किसी नियम का उल्लंघन नहीं होता। आप इन्हें बेझिझक एडसेंस के साथ प्रकाशित कर सकते हैं।

दिनेशराय द्विवेदी said...

महत्वपूर्ण जानकारी है। यह सब करने पर कुछ बखेड़ा सा लग रहा है।
लेकिन एक बार कर के देखने के बाद शायद बहुत कठिन न हो। ब्लागरी में लगातार बने रहने के लिए कुछ आय तो आवश्यक है।

P.N. Subramanian said...

अच्छी जानकारी. आभार.

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

इस जानकारी के लिए धन्यवाद.

PD said...

ham bas itna hi kahenge ki ham Yatra.com se hi apni har flight book karte hain.. apne blog par uska link laga den to agli bar ham yahin se vahan jakar ticket book kar liya karenge.. kam se kam apne kisi blog bhai ka fayda to ho jayega.. :)

jald hi samay milne par ise try karte hain.. :)

राज भाटिय़ा said...

बहुत अच्छी जान कारी दी आप ने, चलिएय हम भी ट्राई कर के देखते है.
धन्यवाद

Alpana Verma said...

bahut kaam ki jaankari hai.
thoda comlicated sa lag raha hai process...

mamta said...

पहले तो आपको बधाई !
ये तो आपने अच्छी जानकारी दी है । पर अभी पूरा समझने मे हमें थोड़ा समय लगेगा । पर कोशिश करेंगे क्योंकि अगर ब्लोगिंग से कमाई हो तो और भी मजा आ जायेगा ।

अर्कजेश said...

आप अभी तक कहाँ थे हजूर !

आप ही की तो जरूरत थी !

हिन्दी blogiyon ko blogging se kamaaee ka sapan dikhaane ke liye abhaar |

aapko kuch laabh hua ki nahin ?